नई दिल्ली, 23 अगस्त (वीएनआई)। भारतीय टीम से बाहर चल रहे विस्फोटक बल्लेबाज विरेंद्र सहवाग ने आगामी घरेलू सत्र के लिए दिल्ली छोड़कर हरियाणा से जुड़ने की घोषणा की।
दिल्ली के लिए 1997-98 सत्र से 18 सीजन खेल चुके सहवाग पिछले कुछ सत्रों से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं, जिसके कारण उन्हें राष्ट्रीय टीम से भी बाहर कर दिया गया। अंतत: सहवाग ने टीम छोड़ने का फैसला कर लिया। सहवाग भारत के लिए 104 टेस्ट मैच खेल चुके हैं, जिसमें उनके नाम 23 शतकों सहित कुल 8586 रन हैं।
सहवाग ने बयान जारी कर कहा, "मैं आगामी घरेलू सत्र में हरियाणा के लिए खेलने जा रहा हूं। युवा जोश से भरपूर यह एक रोमांचक टीम है। युवा प्रतिभा से लबरेज इस टीम से जुड़कर अच्छा लग रहा है।"
हालांकि सहवाग के इस स्थानांतरण को चौंकाऊ नहीं माना जा रहा। सहवाग के इस सत्र में दिल्ली छोड़ने की पूरी संभावनाएं जताई जा रही थीं। इससे पहले 2009 में भी उन्होंने दिल्ली क्रिकेट संघ पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाते हुए छोड़ देने की चेतावनी दी थी। सहवाग ने पिछले वर्ष रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए 51.63 के औसत से 568 रन बनाए।
सहवाग ने आगे कहा, "इस सीजन हरियाणा के लिए मैं खूब रन बनाना चाहता हूं। मैं डीडीसीए को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं, विशेष तौर पर अरुण जेटली का, जिन्होंने बतौर डीडीसीए अध्यक्ष सभी खिलाड़ियों का मार्गदर्शन किया और उन्हें समर्थन दिया।"
हरियाणा क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष अरविंद चौधरी ने कहा, "हमें इस बात का गर्व है कि घरेलू क्रिकेट में सहवाग ने राज्य का प्रतिनिधित्व करना स्वीकार किया। मैदान पर और ड्रेसिंग रूम में उनका साथ टीम के लिए लाभप्रद होगा।"
वंही दूसरी ओर मोहित शर्मा और अमित मिश्रा की कसी हुई गेंदबाजी वाली हरियाणा टीम पिछले वर्ष बल्लेबाजी से जूझती नजर आई थी। ऐसे में सहवाग का जुड़ना निश्चित तौर पर टीम की बल्लेबाजी में बदलाव लाने वाला साबित हो सकता है।