दाम्बुला (श्रीलंका), 20 अगस्त (वीएनआई)| भारतीय क्रिकेट टीम ने अक्षर पटेल (34-3) के नेतृत्व में अपनी स्पिन तिकड़ी के शानदार प्रदर्शन के दम पर रांगिरी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में रविवार को जारी पांच एकदिवसीय मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में श्रीलंका को 216 रनों पर समेट दिया।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए 43.2 ओवरों में ही मेजबान टीम का पुलिंदा बांध दिया। मेजबान टीम की ओर से सलामी बल्लेबाज निरोशन डिकवेला ने सबसे अधिक 64 रन बनाए। कप्तान एंजेलो मैथ्यूज 36 रनों पर नाबाद लौटे। भारत की ओर से पटेल के अलावा केदार जाधव, युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह को दो -दो सफलता मिली।
टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान टीम के लिए डिकवेला और धनुष्का गुनाथिलाका (35) ने अच्छी शुरुआत की। इन दोनों ने शुरुआती 10 ओवरों तक अच्छे रन रेट के साथ रन बटोरे। दोनों अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन 14वें ओवर की अंतिम गेंद तथा 74 के कुल योग पर चहल ने गुनाथिलाका को आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई। श्रीलंका को इससे अधिक फर्क नहीं पड़ा क्योंकि डिकवेला न इसके बाद कुशल मेंडिस (36) के साथ पारी को आगे बढ़ाया और नुकसान की भरपाई की लेकिन 139 के कुल योग पर जाधव की गेंद पर डिकवेला के पगबाधा होने के साथ ही मानो किस्मत मेजबान टीम से रूठ गई। डिकवेला ने मेंडिस के साथ दूसरे विकेट के लिए 65 रन जोड़े लेकिन इसके बाद मेजबान टीम ने अगले 6 विकेट सिर्फ 39 रन के कुल योग पर गंवा दिए। एक समय उसका स्कोर एक विकेट 139 रन था और दूसरी ओर उसका स्कोर सात विकेट पर 178 हो गया।
भारतीय गेंदबाजों की अनुशासित गेंदबाजी के आगे मेजबान टीम के बल्लेबाज इस कदर बेबस नजर आए कि 20वें से 36वें ओवर के बीच वे सिर्फ 61 रन ही बटोर सके। कप्तान उपुल थरंगा (13) टेस्ट सीरीज की तरह यहां भी फ्लाप रहे। कप्तान मैथ्यूज ने 50 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 36 रन बनाए लेकिन श्रीलंका के अंतिम छह बल्लेबाज छह बल्लेबाज दहाई तक भी नहीं पहुंच सके। टेस्ट सीरीज में करारी हार के बाद श्रीलंकाई टीम पर दोतरफा दबाव है। उसे सीरीज जीतकर 2019 विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई करना है। श्रीलंका को अगर विश्व टूर्नामेंट के लिए सीधे तौर पर प्रवेश करना है, तो उसे भारत के खिलाफ कम से कम दो वनडे मैचों में जीत दर्ज करनी होगी। श्रीलंका के लिए भारत को हरा पाना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है क्योंकि 1997 के बाद से उसने एक बाद भी भारत को द्विपक्षीय सीरीज में नहीं हराया है। उस समय से लेकर आज तक भारत और श्रीलंका के बीच कुल नौ सीरीज हुई हैं, जिनमें से सात बार भारत जीता है जबकि दो सीरीज ड्रॉ रही हैं।
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