सेंट पीटर्सबर्ग, 11 जुलाई, (वीएनआई) रूस में खेले जा रहे फीफा विश्व कप में मंगलवार रात को खेले गए रोमांचक सेमीफाइनल में डिफेंडर सैमुअल उमटिटी के गोल की बदौलत फ्रांस ने बेल्जियम को 1-0 से हराकर तीसरी बार फाइनल में जगह बनाई। मैच का एकमात्र गोल उमटिटी ने अपने हैडर से किया। 15 जुलाई को होने वाले फाइनल में फ्रांस की टीम अब इंग्लैंड और क्रोएशिया के बीच बुधवार को होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगी।
इससे पहले फ्रांस की टीम ने 1998 में अपनी ही मेजबानी में हुए विश्व कप फाइनल में ब्राजील को हराकर खिताब जीता था लेकिन 2006 के फाइनल में इटली से हार गई थी। यहीं बेल्जियम के खिलाफ विश्व कप के तीन मैचों में यह फ्रांस की तीसरी जीत है। इससे पहले फ्रांस ने 1938 में पहले दौर का मुकाबला 3-1 से जीतने के बाद 1986 में तीसरे दौर के प्ले ऑफ मैच में 4-2 से जीत दर्ज की। इसके साथ ही बेल्जियम का 24 मैचों का अजेय अभियान भी थम गया। इस दौरान उसने 78 गोल किए और आज के मैच से पहले सिर्फ एक मैच में टीम गोल नहीं कर पाई।
वहीं मैच के पहले हाफ में दोनों टीमों ने तेजतर्रार फुटबॉल का नजारा पेश किया लेकिन हाफ टाइम तक कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी। बेल्जियम की टीम ने थामस म्युनियर के निलंबन के कारण उनकी जगह मूसा डेम्बले को उतारा जबकि फ्रांस ने निलंबन के बाद वापसी कर रहे ब्लेस मातुइदी को कोरेनटिन टोलिसो की जगह शुरुआती एकादश में शामिल किया। दोनों टीमों ने मैच की सतर्क शुरुआती की। बेल्जियम ने मैच में पहला रिप्लेसमेंट करते हुए 60वें मिनट में डेम्बेले की जगह मार्टेंस को उतारा। उसके बाद 80वें मिनट में फेलेनी की जगह कारास्को और 90+1 मिनट में चाडली की जगह बतसुआई को मैदान पर भेजा। बेल्जियम के कप्तान ईडेन हेजार्ड को 63वें, एल्डरवीरेल्ड 71वें और 90+4 मिनट में वर्टोंगेन को यलो कार्ड मिला।
वहीं फ्रांस ने 85वें मिनट में ओलिवियर जीरू की जगह एनजोन्जी और 86वें मिनट में मतुइदी की जगह टोलिसो को मैदान पर उतारा। फ्रांस के कान्टे को 87वें और 90+3 मिनट में एम्बाप्पे को यलो कार्ड मिला। सैमुअल उम्टीटी ने 51वें मिनट में अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। सेंटर बैक सैमुअल उम्टीटी फ्रांस के लिए गेम चेंजर साबित हुए। वह अपने मार्कर से दूर खड़े हुए और जैसे ही फ्लिक आई अपने हेडर से उन्होंने गोलकीपर थिबॉट कोर्टुआ को चौंका दिया और ये गोल निर्णायक साबित हुआ। हालांकि कीलियन एम्बाप्पे की शर्ट पकड़ कर खींचने के कारण फ्रांस को 78वें मिनट में फ्री किक भी मिली, लेकिन एंटोनी ग्रीजमैन कोई असर छोड़ने में असफल रहे। निर्धारित 90 मिनट का खेल होने में केवल तीन मिनट बचे थे। तभी बेल्जियम को फ्री किक मिली। गेंद एकबारगी गोल पोस्ट के सामने आई लेकिन फ्रांस की रक्षा पंक्ति बेहतर साबित हुई। 90 मिनट के बाद छह मिनट का इंजरी टाइम मिला। लेकिन बेल्जियम यहां कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाई।
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