चंडीगढ़, 26 फरवरी (वीएनआई)| कोल इंडिया हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) में आज खेले गए फाइनल मुक़ाबले में कप्तान मारित्ज फुस्र्ते के दो गोलों की बदौलत कलिंगा लांसर्स ने दबंग मुंबई को 4-1 से मात देते हुए का खिताब अपने नाम कर लिया। कलिंगा पहली बार एचआईएल चैम्पियन बना है।
चंडीगढ़ हॉकी स्टेडियम में हुए खिताबी मुकाबले में फुस्र्ते ने मैच के 18वें मिनट में ग्लेन टर्नर को फील्ड गोल दागने में अहम सहयोग किया। टर्नर के इस गौल की बदौलत कलिंगा ने मुंबई पर 2-0 की बढ़त हासिल कर ली। मुंबई के लिए एकमात्र गोल मैच के 33वें मिनट में अफ्फान यूसुफ ने किया। मुंबई ने खिताबी मुकाबले की अपेक्षित दमदार शुरुआत की और विपक्षी टीम की अपेक्षा कहीं अधिक समय तक गेंद अपने कब्जे में रखने में भी सफल रहा। लेकिन गोल हासिल करने में वे लगभग असफल रहे। कलिंगा ने वहीं अपनी पूरी ताकत झोंकते हुए आक्रामक खेल अपनाया, जिसका उसे जल्द ही फायदा मिला। टर्नर ने फुस्र्ते के शॉट को गोलपोस्ट की ओर डिफ्लेक्ट कर दिया और गेंद मुंबई के गोलकीपर डेविड हार्टे के पैरों के बीच से नेट में समा गई।
मुंबई ने पहला गोल खाने के बाद तेज पलटवार किया और जल्द ही उन्हें अपना पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिल गया। लेकिन हरमनप्रीत सिंह के फ्लिक को कलिंगा के गोलकीपर एंड्र चार्टर ने बचा लिया। थोड़ी ही देर बाद मुंबई के लिए फ्लोरिया फुच्स ने तेज बैकहैंड शॉट लगाया, लेकिन गेंद बेहद नजदीक से गोलपोस्ट के दाहिनी ओर से बाहर चली गई। फुच्स ने जल्द ही अगला हमला किया और इस बार उनका शॉट गोलपोस्ट के बाईं ओर से बाहर चला गया। इस बीच मैच के 30वें मिनट में कलिंगा को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर फुस्र्ते ने हार्टे को छकाते हुए गोल दाग दिया और अपनी टीम की बढ़त को 3-0 कर दिया।
जर्मन फॉरवर्ड फुस्र्ते का यह टूर्नामेंट में 11वां गोल था, जिसकी बदौलत कलिंगा ने मध्यांतर तक 3-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। मध्यांतर के बाद मैच के 33वें मिनट में यूसुफ ने पेनाल्टी कॉर्नर लेते हुए सैंडर डे विज्न के क्रॉस पर गेंद को डिफ्लेक्ट करते हुए गोलपोस्ट की दिशा दिखाई और मुंबई का खाता खोला। इस गोल ने मुंबई का हौसला बढ़ा दिया और वापसी करने की मुंबई की खासियत को देखते हुए कलिंगा को समझ में आ गया कि उन्हें तत्काल रक्षात्मक रुख अपनाना पड़ेगा। मुंबई के पास बराबरी की मौका भी आया, लेकिन चार्टर ने उनकी कोशिश विफल कर दी। कीरन गोवर्स ने 57वें मिनट में मुंबई को करीब बराबरी दिला ही दी थी, लेकिन कलिंगा ने गोल पर रीव्यू ले लिया। रीव्यू में मुंबई का गोल नकार दिया गया। इसके 90 सेकेंड के भीतर फुस्र्ते ने पेनाल्टी पर एक और गोल दागते हुए कलिंगा की जीत पक्की कर दी।