कानपुर, 26 जनवरी (वीएनआई)| भारतीय टीम विराट कोहली की अगुवाई में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और एकदिवसीय श्रृंखला जीतने के बाद आज ग्रीन पार्क स्टेडियम में शुरू हो रही टी-20 श्रृंखला को भी अपने नाम करने पहला मैच जीतने उतरेगी।
भारत के ऐतिहासिक 500वें टेस्ट मैच की मेजबानी करने वाले इस मैदान पर यह पहला टी-20 मैच है। एकदिवसीय श्रृंखला में खेलने वाले कई खिलाड़ी टी-20 श्रृंखला में नहीं हैं। चयनकर्ताओं ने टी-20 के लिए युवा खिलाड़ियों पर जोर दिया है जिनमें सबसे बड़ा नाम विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत का माना जा रहा है। पिछले साल अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन कर सभी की नजरों में आए पंत ने घरेलू सत्र में भी बल्ले से अपने जौहर दिखाए हैं और रणजी ट्रॉफी के इसी सत्र में कई रन बनाए। उनके शानदार प्रदर्शन का उन्हें लाभ मिला और पहली बार भारतीय टीम की जर्सी उन्हें नसीब हुई।
भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए एकदिवसीय मैचों के बाद टी-20 में भी सलामी बल्लेबाज़ी कड़ी चुनोती होगी, ख़राब फॉर्म में चल रहे शिखर धवन टी-20 टीम का हिस्सा नहीं है ऐसे में लोकेश राहुल के साथ पारी की शुरुआत के लिए पंत को अंतिम एकादश में चुना जा सकता है। हालांकि मंदीप सिंह भी राहुल के साथ सलामी बल्लेबाज की दौड़ में हैं। पंत बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, ऐसे में दाएं-बाएं हाथ के बल्लेबाज की जोड़ी को बनाए रखने के लिए टीम प्रबंधन पंत के साथ जा सकता है। कोहली का तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करना तय है। युवराज और धौनी ने एकदिवसीय में चौथे और पांचवें नंबर पर अपने अनुभव का बेहतरीन परिचय देते हुए टीम को संभाला था। छठे नंबर पर भारत में टी-20 क्रिकेट का बड़ा नाम सुरेश रैना उतर सकते हैं। रैना हाल ही में बुरे दौर से गुजर रहे हैं और टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए यह श्रृंखला उनके लिए संजीवनी साबित हो सकती है। रैना लंबे अंतराल के बाद अपने घरेलू मैदान पर खेलते नजर आ सकते हैं।
रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को लगातार खेलने के कारण अंत समय पर आराम दिया गया है। उनकी जगह जम्मू एवं कश्मीर के ऑफ स्पिनर परवेज रसूल और लेग स्पिनर अमित मिश्रा को टीम में जगह मिली है। इन दोनों के अलावा लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल भी टीम में तीसरे स्पिनर के तौर पर मौजूद हैं। मुख्य कोच अनिल कुंबले और कोहली पहले टी-20 में किसे मौका देंगे यह मैच के दिन ही पता चलेगा। तेज गेंदबाजी आक्रमण का जिम्मेदारी अनुभवी आशीष नेहरा के कंधों पर रहेगी। वह भी इस श्रृंखला से वापसी कर रहे हैं। नेहरा के अलावा जसप्रीत बुमराह ने टी-20 में शानदार प्रदर्शन किया है। भुवनेश्वर कुमार के रूप में कोहली के पास एक और विकल्प है। नेहरा का टीम में स्थान लगभग तय है। हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या टीम में निश्चित ही तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाएंगे। आखिरी एकदिवसीय में पांड्या ने अर्धशतकीय पारी भी खेली थी।
वहीं मेहमान टीम इंग्लैंड के लिए यह श्रृंखला सम्मान की लड़ाई होगी। आखिरी एकदिवसीय में मेजबानों के खिलाफ मिली जीत इंग्लैंड के लिए टॉनिक का काम कर सकती है। उस जीत से निश्चित ही इंग्लिश टीम का आत्मविश्वास बढ़ा होगा। कप्तान इयान मोर्गन के लिए अच्छी बात यह है कि उनके बल्लेबाजों ने एकदिवसीय श्रंखला में हमेशा रन बनाए हैं। जेसन रॉय ने तीनों मैचों में रन बरसाए तो दूसरे एकदिवसीय में कप्तान ने भी अपनी बेहतरीन फॉर्म का परिचय दिया। एलेक्स हेल्स के बाहर होने से उन्हें जरूर झटका लगा है लेकिन सैम बिलिंग्स में हेल्स की जगह भरने की काबिलियत है। जोस बटलर टी-20 में किसी भी टीम के लिए सरदर्द साबित हो सकते हैं। भारतीय गेंदबाजों के लिए तीनों मैचों में बटलर सबसे कड़ी चुनौती हो सकते हैं। जोए रूट भी अच्छी फॉर्म में हैं और टी-20 में उन्होंने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। गेंदबाजी में डेविड विली, लियाम प्लंकेट, टायमल मिल्स और हरफनमौला बेन स्टोक्स से मोर्गन को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
दोनों टीमें इस प्रकार है :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), महेंद्र सिंह धौनी (विकेटकीपर), युवराज सिंह, सुरेश रैना, लोकेश राहुल, ऋषभ पंत, मंदीप सिंह, मनीष पांडे, हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, आशीष नेहरा, जसप्रीत बुमराह, परवेज रसूल और अमित मिश्रा।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), जोए रूट, जेसन रॉय, जॉनी बेयरस्टो, मोइन अली, सैम बिलिंग्स, जोस बटलर, जैक बॉल, लियाम डॉसन, क्रिस जोर्डन, लियाम प्लंकेट, आदिल रशीद, बेन स्टोक्स, डेविड विली और टाइमल मिल्स।