कीर्ति आजाद ने आखिर जारी की डीडीसीए मे करोड़ो रूपये के भ्रष्टाचार और आर्थिक घोटाले् की सीडी, 14 कंपनियों ने किया करोड़ों का फर्जीवाड़ा

By Shobhna Jain | Posted on 20th Dec 2015 | खेल
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नयी दिल्ली,20 दिसंबर(जेसुनील/वीएनआई) डीडीसीए में करोड़ो रूपये के कथित भ्रष्टाचार और आर्थिक घोटाले् का आरोप लगाते हुए पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद कीर्ति आजाद ने आज दावा किया है कि दिल्ली के कोटला स्टेडियम के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है। इसके अलावा डीडीसीए के ठेके में भी फर्जीवाडा हुआ है। राजधानी दिल्ली में ेक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कीर्ति आजाद ने कहा, डीडीसीए में करोड़ों रुपये के ट्रेंडर पास किये गये. कंपनियों को करोड़ों रुपये दे दिये गये लेकिन उन्‍हें काम नहीं बताया गया. व्‍यक्ति एक होते थे, लेकिन उनकी कंपनी के नाम बदल जाते थे. डीडीसीए के ठेके में फर्जीवाड़ा हुआ है. बिना कोई जांच के कंपनियों को करोड़ों रुपये दे दिये गये. कीर्ति आजाद ने डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष वित्त मंत्री अरुण जेटली का नाम तो नहीं लिया. लेकिन उन्‍होंने एजीएम की बैठक के दौरान अरुण जेटली के साथ उनकी बह्स के वीडियो भी आज दिखाये. उन्‍होंने जेटली पर आरोप लगाया कि उन्‍हें दिसंबर 2012 में ही घोटाले के बारे में बता दिया गया, लेकिन उन्‍होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की,आजाद ने कहा, जिन 14 कंपनियों को स्‍टेडियम निर्माण में पेमेंट किये गये उनके पते फर्जी निकले. जब पते फर्जी निकले तो उनके बैंक खाते भी फर्जी हो सकते हैं. उन्‍होंने कहा, DDCA के सदस्य टेंडर की कीमतों से छेड़छाड़ करते थे.' आजाद ने पूछा यदि कंपाउंडिंग सही थी तो हाई कोर्ट ने उस पर रोक क्यों लगा दी?' उन्‍होंने आरोप लगाया कि बिलों को पास करने से पहले ऐग्जिक्युटिव स्तर की कोई भी बैठक नहीं हुई.' कीर्ति आजाद ने आज जो वीडियो फुटेज जारी किया है वो दिसंबर 2012 के हैं. कीर्ति आजाद ने आरोप लगाया कि डीडीसीए घोटाले में लैपटॉप और प्रिंटर के बेताशा किराये जोड़े गये. 16900 रुपये एक लैपटॉप का किराया दिया गया. बिलों के साथ फर्जी फोन नंबर के बिल भी शामिल किये गये. इससे पहले डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर आज मीडिया के सामने जाने की तैयारी कर रहे भाजपा सांसद कीर्ति आजाद को पार्टी नेतृत्व ने साफ कर दिया था कि लक्ष्मण रेखा पार करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि यूपीए के 10 साल के शासन के दौरान मेरी एक पार्टी के सांसद कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से कई बार मिल चुके हैं. मुलाकात के दौरान मुझे निशाना बनाने को लेकर दोनों के बीच बातचीत भी हो चुकी है. कांग्रेस सरकार को उन्होंने इस बाबत लेटर भी लिखा था. हालांकि जेटली ने किसी का नाम नहीं लिया है. जेटली ने कहा कि इसलिए उन लोगों के मामले को सीरियस फ्रॉड ऑफिस को दे दिया गया है. 2013 में एक रिपोर्ट आयी थी जिसमें कंपनी की प्रोसेस में गड़बड़ियां बताई गई थीं, लेकिन फर्जीवाड़े का कोई मामला नहीं बना था. मेरे मामले में कुछ सदस्य उनकी इन खामियों के जिम्मेदार हैं. जेटली को लेकर यह मामला नहीं है. वित्त मंत्री अरुण जेटली से जुड़ा मामला होने से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पहले से ही आजाद को कड़ी नसीहत दे चुके हैं। आजाद डीडीसीए मामले में पहले भी जेटली के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं, लेकिन इस बार मामला पूरी तरह से राजनीतिक होने से भाजपा नेतृत्व पूरी तरह से सतर्क है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के इसे भाजपा और मोदी सरकार के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप मे इस्तेमाल करने के कारण भाजपा अपनी तरफ से कोई मौका नहीं देना चाहती है। उन्‍होंने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में अरुण जेटली पर सीधे-सीधे आरोप नहीं लगाये. उन्‍होंने आरंभ में ही कहा कि उनका किसी के खिलाफ व्‍यक्तिगत हमला नहीं है, बल्कि उनका भ्रष्‍टाचार के खिलाफ आवाज है. आजाद के साथ प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में पूर्व भारतीय कप्‍तान बिशन सिंह बेदी भी मौजूद थे. कीर्ति आजाद ने 28 मिनट का एक वीडियो फुटेज जारी किया. जिसे विकीलीक्स फॉर इंडिया ने तैयार किया है. विकीलीक्‍स की ओर से जारी वीडियो पांच भागों में बंटी हुई है. प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में आजाद ने कहा, मेरा किसी के खिलाफ व्‍यक्तिगत विरोध नहीं है. मैं भ्रष्‍टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहा हूं. आजाद ने कहा, मैं सबसे पहले बता देना चाहता हूं कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत बड़ा फैन हूं. मोदी ने भ्रष्‍टाचार के खिलाफ जो कदम उठाये हैं सराहनीय है. जहां एक ओर भाजपा सांसद कीर्ति आजाद इसको लेकर प्रेस कान्फ्रेंस किया, वहीं अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि यूपीए शासन काल में मेरी एक पार्टी के सांसद सोनिया गांधी से मिल चुके हैं. मुलाकात के दौरान मुझे निपटाने को लेकर बात हुई थी. हालांकि जेटली ने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर चल रहे वाक युद्ध के बीच सांसद कीर्ति आजाद को शुक्रवार को बुलाया और बातचीत की. पार्टी चाहती है कि आजाद डीडीसीए विवाद को ज्यादा तूल नहीं दें और इस पूरे मामले में पार्टी लाइन को मानें. अमित शाह ने इस बात को लेकर कीर्ति आजाद को समझाया भी. इससे पहले संगठन मंत्री रामलाल भी उन्हें समझा चुके हैं. लेकिन, कीर्ति झा आजाद अपने स्टैंड पर कायम हैं और वे आज डीडीसीए मामले में एक प्रेस कान्फ्रेंस करेंग. जाहिर है जब डीडीसीए के कथित भ्रष्टाचार पर कीर्ति प्रेस कान्फ्रेंस करेंगे तो लंबे समय तक डीडीसीए के बॉस व संरक्षक रहे अरुण जेटली ही निशाने पर आयेंगे.वी एन आई

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