कुआनतान (मलेशिया) 22 नवंबर (वीएनआई) भारत ने 8वें जूनियर एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के फ़ाइनल में अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को फाइनल मुकाबले में 6-2 से करारी शिकस्त देते हुए आठवां जूनियर एशिया कप खिताब जीत लिया। ने हरमनप्रीत सिंह द्वारा पेनाल्टी कार्नर पर किए गए चार गोलों की बदौलत रविवार को भारतीय टीम ने यह कारनामा किया हरमनप्रीत ने इस मैच में हैट्रिक लगाई। यह इस टूर्नामेंट में उनका दूसरी हैट्रिक है। हरमनप्रीत ने इस टूर्नामेंट में कुल 15 गोल किए और टूर्नामेंट के श्रेष्ठ खिलाड़ी के तौर पर उभरे। हरमनप्रीत के अलावा भारत के लिए अरमान कुरैशी ने 44वें और मनप्रीत जूनियर ने 50वें मिनट में गोल किए।
भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में फॉर्म में रही और उसने अपनी गति बरक़रार रखते हुए फ़ाइनल जीता,.उसने लीग चरण के सभी मैच जीतने के बाद कल सेमीफाइनल में जापान को 6-1 से रौंदा था. विस्मा बेलिया हॉकी स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले हरमनप्रीत ने 10वें मिनट में ही भारत का खाता खोल दिया। हरमनप्रीत ने पेनाल्टी कॉर्नर पर यह गोल दागा। हरप्रीत के अलावा अरमान कुरैशी और मनप्रीत ने भी एक-एक गोल दागे
पांच मिनट बाद ही हरमनप्रीत ने दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर भुनाते हुए भारत को 2-0 से बढ़त दिला दी,इस बीच दूसरे क्वार्टर में पाकिस्तान के लिए मोहम्मद याकूब ने फील्ड गोल के जरिए 28वें मिनट में स्कोर 1-2 कर लिया, लेकिन हरमनप्रीत जैसे तूफानी अंदाज में खेल रहे हों और मध्यांतर से ठीक पहले 30वें मिनट में गोल कर उन्होंने भारत को मध्यांतर तक 3-1 की बढ़त दिला दी।
मध्यांतर के बाद भी भारतीय टीम की तेजी वैसी ही बनी रही। अरमान कुरैशी ने 44वें मिनट में फील्ड गोल कर भारत को 4-1 पर पहुंचा दिया।
तीसरे क्वार्टर तक तीन गोलों की बढ़त हासिल कर चुके भारत के लिए चौथे क्वार्टर में मनप्रीत ने 50वें मिनट में और हरमनप्रीत ने 53वें मिनट में अपना चौथा और भारत का छठा गोल कर दिया।
मैच के 68वें मिनट में मोहम्मद दिलबर ने पाकिस्तान के लिए दूसरा गोल किया, हालांकि यह गोल सिर्फ गोल अंतर कम करने वाला साबित हुआ।
मैच के बाद भारतीय टीम ने कोच हरेंद्र सिंह ने कहा कि बीते महीने पांचवें सुल्तान आफ जोहोर कप के फाइनल में ब्रिटेन से हारने के बाद उनकी टीम यहां खिताब के लिए भूखी थी।
हरेंद्र ने कहा, "यह एक शानदार फाइनल था। हमारे खिलाड़ियों नेमैदान में शानदार खेल और संयम दिखाया। बीते महीने पांचवें सुल्तान आफ जोहोर कप के फाइनल में ब्रिटेन से हारने के बाद हमारी टीम यहां खिताब के लिए भूखी थी। हमें र्शकों का भी खूब साथ मिला और ऐसा लगा ही नहीं कि हम भारत से बाहर खेल रहे हैं।
"हरमनप्रीत ने इस पूरे टूर्नामेंट में टूर्नामेंट में 14 गोल किये जिसके लिये उन्हें विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया. भारत के गोलकीपर विकास दहिया को सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर और हरजीत सिंह को फाइनल मैच का मैन ऑफ द मैच चुना गया.