नई दिल्ली, 7 जनवरी (वीएनआई)| भारत के नए सीमित ओवरों के कप्तान विराट कोहली ने अपने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की तरीफ करते हुए आज कहा कि धौनी ने उन्हें कई बार टीम से बाहर होने से बचाया। उन्होंने कहा, "आप धौनी को किसी और रूप में सोच भी नहीं सकते। मेरे लिए वह हमेशा मेरे कप्तान रहेंगे क्योंकि मैंने अपना करियर उन्हीं की कप्तानी में शुरू किया था।
गौरतलब है धौनी ने बुधवार को सभी को हैरान करते हुए एकदिवसीय और टी-20 टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया। धोनी के इस्तीफा देने के बाद टेस्ट टीम के कप्तान कोहली को टी-20 और एकदिवसीय टीमों की कप्तानी भी सौंप दी गई। भारत को इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय और तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला खेलनी है जिसका पहला एकदिवसीय मैच 15 जनवरी को पुणे में खेला जाएगा।
कोहली ने कहा है कि करियर के शुरुआती दौर में धौनी ने उनका साथ दिया और उनकी काबिलियत पर भरोसा जताया। कोहली के हवाले से बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर कोहली के हवाले से कहा गया है, उन्होंने मुझे शुरुआती दौर में मार्गदर्शन दिया और मुझे मौके भी प्रदान किए। उन्होंने मुझे एक खिलाड़ी के तौर पर निखरने के लिए अच्छा खासा समय दिया। कई बार उन्होंने मुझे टीम से बाहर होने से भी बचाया और इसलिए हमारे बीच एक दूसरे के प्रति सम्मान है। कोहली ने कहा, जाहिर सी बात है, उनकी कमी पूरी करना मुश्किल है। जब भी आप एम. एस. धौनी के बारे में सोचते हैं तो पहला शब्द कप्तान जहन में आता है। उन्होंने कहा, "आप धौनी को किसी और रूप में सोच भी नहीं सकते। मेरे लिए वह हमेशा मेरे कप्तान रहेंगे क्योंकि मैंने अपना करियर उन्हीं की कप्तानी में शुरू किया था।
कोहली ने धौनी को लेकर अपनी रणनीति भी जाहिर की है। कोहली चाहते हैं कि धौनी ऊपरी क्रम में अपनी शैली में बल्लेबाजी करें। उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि वह किस तरह के इंसान हैं। अगर मैं उनसे कहूंगा कि आप कहां बल्लेबाजी करना चाहते हैं तो वो कहेंगे की जहां तुम मुझे बल्लेबाजी पर भेजना चाहते हो, लेकिन मैं उन्हें ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करते हुए देखना चाहता हूं। नए कप्तान ने कहा, मैं चाहता हूं कि वह अपने खेल का आनंद लें। अगर वह ऐसा करते हैं और अपने शुरुआती करियर की तरह बल्लेबाजी करते हैं तो टीम को मजबूती मिलेगी।
धौनी ने दिसंबर, 2014 में टेस्ट से अचानक संन्यास की घोषणा कर दी थी। धौनी के बाद कोहली तभी से टेस्ट टीम की कमान संभाल रहे हैं। उनके कप्तान रहते टीम ने लगातार पांच श्रृंखलाएं अपने नाम कीं और दोबारा टेस्ट में शीर्ष दर्जा हासिल किया। कोहली का कहना है कि वह आगे रहकर टीम का नेतृत्व करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा, अतिरिक्त जिम्मेदारी मिलने से मैंने हमेशा सोचा है कि आपके पास किसी भी पल आराम करने का मौका नहीं है। कोहली ने कहा, आईपीएल में भी 60-70 के पार जा कर अपना विकेट खोना आसान था, लेकिन इसके बाद मैंने जब कप्तानी संभाली तो मुझे अहसास हुआ कि मुझे उदाहरण पेश करने हैं और मुझे अपनी टीम से अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कहने से पहले खुद करना है।