नई दिल्ली, 07 जुलाई, (वीएनआई) आज भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का 34 वां जन्मदिन है। भारत के मैजिकल कप्तान धोनी ने भारत को 2007 में टी20 वर्ल्डकप और 2011 में वर्ल्ड कप जीताया। वर्ष 2009 में पहली बार टेस्ट में शीर्ष पर पहुँचाया और 2013 में धोनी ने आईसीसी टूर्नामेंट में भी जीत दिलाई। धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट, 265 वनडे और 50 टी20 मैच खेले है, धोनी ने 60 टेस्ट, 162 वनडे और 48 टी-20 मैच में भारत की कप्तानी की है।
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 बिहार के रांची जिले में हुआ जो अब झारखण्ड में है। लम्बे लम्बे बाल वाले धोनी ने अपने करियर की शुरुवात फुटबॉल से की वो उसमे गोलकीपर थे। बाद में अपने कोच के कहने पर उन्होंने क्रिकेट का रुख किया और बिहार की अंडर 19 टीम से क्रिकेट में पदार्पण किया। धोनी वर्ष 2001 से 2003 तक रेलवे में टिकट कलेक्टर भी रह चुके है। वर्ष 2004 में धोनी ने अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की तरफ से बांग्लादेश दौरे पर पदार्पण किया, लेकिन वो ज्यादा खास प्रदर्शन नहीं कर सके, लेकिन जब इसी वर्ष धोनी को पाकिस्तान के खिलाफ चुना गया तो विशाखापटनम में दूसरे वनडे में उन्होंने 148 रन की ताबड़तोड़ पारी खेल वर्ल्ड क्रिकेट में शानदार आगाज़ किया। फिर 2005 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट में पदार्पण किया, उसके बाद उन्होंने 2006 में पाकिस्तान दौरे पर 148 रन की पारी खेल कर खेल प्रेमियों की दिल की धड़कन बन गए, इसी दौरे पर धोनी ने पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को अपनी बल्लेबाज़ी और लम्बे बालो का कायल भी बना दिया।
वर्ष 2006 में ही श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में 183 रन की नाबाद पारी खेल कर विकेटकीपर बल्लेबाज़ के रूप में एक पारी में सर्वाधिक रन का रिकॉर्ड बनाया। उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें पहले टी20 वर्ल्डकप 2007 में भारत का कप्तान बनाया गया और उन्होंने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए पाकिस्तान को फाइनल में हराकर भारत को वर्ल्डकप जिताया। फिर वनडे क्रिकेट में भी धोनी को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत का कप्तान बनाया गया और 2008 में धोनी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में अनिल कुंबले के घायल हों जाने पर कप्तानी सौपी गई और वर्ष 2009 में टेस्ट में भारत को नo1 बनाया। वर्ष 2011 वर्ल्डकप में धोनी ने फाइनल में अपने अंदाज़ में छक्का जड़कर श्रीलंका को हराकर भारत को 1983 के बाद दूसरा वर्ल्डकप जीताया और कपिल देव के बाद दूसरे सफल कप्तान बने। 2013 में धोनी ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के आखिरी संस्करण में इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में जीत हासिल कर दुनिया के पहले कप्तान बने जिन्होंने आईसीसी के तीनो ख़िताब अपनी कप्तानी में भारत को दिलाये। हाल ही में ख़त्म हुए वर्ल्डकप 2015 में भारत ने धोनी की कप्तानी में लगातर 7 मैच जीते लेकिन सेमीफाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथो मिली हार के साथ धोनी का लगातार दो विश्वकप जीतने का सपना टूट गया।
धोनी ने भारत के लिए खेले 90 टेस्ट में 6 शतक और 33 अर्धशतक की मदद से 4876 रन बनाये, साथ ही 256 कैच और 38 स्टंप लिए। वंही अबतक खेले 265 एकदिवसीय मैच में 9 शतक और 59 अर्धशतक की मदद से 8620 रन बनाये, साथ ही 246 कैच और 85 स्टंप लिए , जबकि खेले 50 टी-20 मैच में 849 रन बनाये।
धोनी ने क्रिकेट में सफलता के जहाँ हर मुकाम को छुआ वहीँ कुछ कड़वी यादें भी उनके साथ जुड़ी रही है वर्ष 2011 में वर्ल्डकप जीतने के बाद जब भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया तो भारत के चमत्कारी कप्तान की असफलता का दौर शुरू हो रहा था मानो उजाले की चमक अंधेरों में कहीं धकेली जा रही थी और इस दौरे पर टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड ने चारों मैच में भारत का सफाया कर दिया और उसके बाद 2011-12 में ऑस्ट्रेलिया दौरा भी जख्मों को नासूर बनाने के लिए टकटकी लगाये दस्तक दे रहा था और इस दौरे पर भी धोनी की कप्तानी में भारत को 4-0 से करारी हार देखनी पड़ी। वर्ष 2014 में भी इंग्लैड दौरे पर धोनी की कप्तानी में भारत को 1-3 से हार मिली और 2014-15 का ऑस्ट्रेलिया दौरा धोनी के करियर का आखिरी दौरा रहा धोनी ने इस दौर पर चार मैचों की सीरीज में दूसरे और तीसरे टेस्ट में कप्तानी की और जिसमे एक हार एक ड्रा के साथ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। जानकर कहते है की धोनी ने अपनी क़ाबलियत से वनडे और टी-20 में भारत को कामयाबी के शिखर पर जरुर पहुँचाया है, मगर टेस्ट में उनका प्रदर्शन ज्यादा असरदार नहीं रहा और खासकर विदेशी दौरों पर उनका कप्तान के रूप में सबसे लचर प्रदर्शन रहा है।
धोनी ने 4 जुलाई 2010 को देहरादून की साक्षी रावत से शादी कर ली। फरवरी 2015 में ही धोनी एक बच्ची के पिता बने, उनकी बेटी का नाम जीवा है। धोनी ने क्रिकेट के साथ लोगो के दिलो पर भी राज़ किया और उनकी लोकप्रियता ने जल्दी ही उन्हें ऐड वर्ल्ड का भी बादशाह बना दिया। धोनी को कुछ लोग एमएसडी और माही भी बुलाते है। धोनी को 2008,2009 में आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ़ द ईयर चुना गया। वर्ष 2007-08 के लिए धोनी को राजीव खेलरत्न और वर्ष 2009 में पदम् श्री से भी नवाज़ा गया।
हम यहीं उम्मीद और दुआ करते है की यह जन्मदिन धोनी के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आए और अगले वर्ष होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में धोनी भारत को एक और वर्ल्डकप जिताये।