नई दिल्ली 21 अप्रैल (वीएनआई) आईपीएल जो मशहूर है रिकॉर्ड्स टूटते और बनते के लिये, जहां कुछ मशहूर खिलाड़ी फ्लॉप होते हैं तो कुछ नए खिलाड़ी मैदान बेनाम से नामवर होते हैं, अनजान चेहरों को स्टार बनाने के लिए प्रसिद्ध हो गए आईपीएल टूर्नामेंट ने बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के मनीष पांडे को रातोरात लोकप्रियता के शिखर पर ले जाकर बैठा दिया।
21 मई, 2009 जब आईपीएल का दूसरा संस्करण खेला जा रहा था, कोई नहीं जानता था कि भारतीय क्रिकेट में मनीष पांडे नाम का भी कोई खिलाड़ी है, लेकिन अपनी टीम के डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ निर्णायक लीग मैच में मनीष ने ऐसी कमाल की पारी खेली कि मात्र बीस ओवर में ही उनका भाग्य बदल गया।
बड़े-बड़े महारथियों के बीच गुमनाम मनीष पांडे ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ तूफानी सेन्चुरी लगाई थी। यह सेन्चुरी आईपीएल इतिहास की सबसे चर्चित सेन्चुरीज में शामिल है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि मनीष पांडे आईपीएल में सेन्चुरी लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए थे। । कप्तान अनिल कुंबले ने सेमीफाइनल की होड़ के लिए इस महत्वपूर्ण मैच में मनीष को मौका देने का जो जुआ खेला, वह अततः जैकपॉट साबित हुआ। इस मुकाबले में आरसीबी 12 रन से जीता था और बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के मनीष पांडे को रातोरात लोकप्रियता के शिखर पर ले जाकर बैठा दिया। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के नैनीताल में जन्मे (जन्म10 सितंबर 1989) मनीष ने इस मैच से पहले इस टूर्नामेंट का कोई मैच नहीं खेला था
गौरतलब है कि आईपीएल में तब तक तक किसी भारतीय ने शतक नहीं बनाया था। पहले संस्करण में जो छह शतकधारी थे, वे सभी विदेशी थी और दूसरे संस्करण में इससे पहले तक जो एकमात्र शतक बना था, वह दिल्ली डेयरडेविल्स के दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने बनाया था।
21 मई, 2009 को खेले गए मैच के बाद हालांकि वह शतकीय कारनामा दोबारा नहीं कर सके। मनीष पांडे फिलहाल केकेआर टीम की तरफ से खेल रहे हैं।