मुंबई, 7 दिसम्बर (वीएनआई)| इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में वानखेड़े स्टेडियम के मैदान पर विजय रथ पर सवार भारतीय टीम गुरुवार को अपनी पुरानी श्रृंखला की हार की भरपाई करने के मंसूबों के साथ कदम रखेगी। भारत पांच मैचों की श्रृंखला में 2-0 से आगे है। चौथे टेस्ट मैच में जीत या ड्रॉ से वह श्रृंखला का विजेता बन जाएगा।
इंग्लैंड ने भारत को लगातार तीन श्रृंखलाओं में हराया है। अब भारत के पास इसका हिसाब बराबर करने का बेहतरीन मौका है। विराट कोहली की अगुआई वाली यह टीम भी इस बात को जानती है और किसी भी हाल में वह इस मौके को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहेगी। इंग्लैंड ने भारत को 2011, 2014 और फिर 2015 में हराया था। इसके अलावा भारत के पास लगातार 17 टेस्ट मैचों में अपराजित रहने के रिकार्ड की बराबरी का बेहतरीन मौका है। भारत ने अपने पिछले 16 टेस्ट मैचों में हार का स्वाद नहीं चखा है। राजकोट में खेला गया पहला टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। इसके बाद भारत ने विशाखापट्नम और मोहाली में खेले गए दूसरे और तीसरे टेस्ट मैच में जीत हासिल करते हुए मेहमानों पर दवाब बनाया है। अब तकरीबन सप्ताह भर के अंतराल के बाद मैदान पर उतरने वाली मेजबान टीम जीत दर्ज कर अपने बचे काम को अंजाम देना चाहेगी।
भारत के इस श्रृंखला में कई महत्वपूर्ण खिलाड़ी चोटिल हुए हैं, लेकिन उसके लिए सबसे अच्छी बात यह रही है कि चोटिल खिलाड़ियों की जगह टीम में शामिल किए गए खिलाड़ियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। लोकेश राहुल चोट के बाद ठीक हो गए हैं और मुंबई टेस्ट मैच में उनके खेलने की पूरी संभावना है। ऐसे में तीसरे टेस्ट मैच में सलामी बल्लेबजी करने वाले पार्थिव पटेल निचले क्रम में खेल सकते हैं। कप्तान कोहली ने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में इस बात की पुष्टि की है कि राहुल एक विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज हैं और मैच में भी यही काम करेंगे। कोहली ने कहा, हां, वह हमारे विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज हैं। उन्होंने राज्य और देश के लिए सलामी बल्लेबाजी की है। वह इस मैच में भी सलामी बल्लेबाजी करेंगे।
विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के चोटिल होने के बाद पार्थिव को आठ साल बाद टीम में जगह मिली थी और उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाया था और दूसरी पारी में अर्धशतक जमाया। साहा अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं। तेज गेंदबाज मोहम्मद समी के घुटने में चोट है। वह अगले मैच में टीम में खेलेंगे या नहीं, इसका फैसला मैच से पहले लिया जाएगा। अगर समी नहीं खेलते हैं तो भुवनेश्वर कुमार को टीम में जगह मिल सकती है। अंजिक्य रहाणे की उंगली में चोट है जिसके कारण वह बाकी के बचे दो मैचों में टीम के साथ नहीं होंगे। उनकी जगह मनीष पांडे को टीम में शामिल किया गया है। रहाणे के जाने के बाद मनीष अंतिम एकादश में रहाणे का स्थान लेंगे या करुण नायर टीम में बने रहेंगे, इस बात का पता मैच से पहले ही चलेगा। अभी तक कप्तान विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने शानदार प्रदर्शन किया है। भारत का निचला क्रम इस श्रृंखला में रन बनाता आया है। बल्लेबाजी में सबसे बड़ी समस्या सलामी बल्लेबाज मुरली विजय का फॉर्म में न होना है। कोहली टेस्ट क्रिकेट में चार हजार रन पूरा करने से 41 रन दूर हैं। गेंदबाजी में रविचन्द्रन अश्विन, जयंत यादव और रवींद्र जडेजा की स्पिन तिकड़ी ने अभी तक मेहमानों को काफी परेशान किया है। वहीं उमेश ने समी के साथ बेहतरीन तेज गेंदबाजी की है। कोच अनिल कुंबले और विराट को गेंदबाजों से पिछले जैसे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
वहीं दूसरी तरफ इस श्रृंखला में अभी तक जीत के लिए तरस रही इंग्लैंड की टीम को मुंबई में अपने पिछले रिकार्ड को देख प्रेरणा मिलेगी। इंग्लैंड ने यहां खेल अपने पिछले दोनों मैचों में जीत दर्ज की थी। इस मैच में जाने से पहले उसके पास सिर्फ एक यही अच्छी बात है। मेजबानों की तरह मेहमान भी चोटों से जूझ रहे हैं। सलामी बल्लेबाज हसीब हमीद चोटिल हो कर टीम से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह कप्तान एलिस्टर कुक के साथ पारी की शुरुआत केटन जेनिंग्स के करने की उम्मीद है। जेनिंग्स का यह पर्दापण टेस्ट मैच होगा। स्टुअर्ट ब्रॉड के तीसरे टेस्ट मैच में खेलने की संभावना 50 फीसदी है। वह पांव में चोट की समस्या से जूझ रहे हैं। इंग्लैंड के लिए इस मैच में जीत हासिल करना उसके श्रृंखला ड्रॉ कराने की उम्मीद को जिंदा रखेगा। जीत के अलावा उसके पास कोई और विकल्प नहीं है। माना जा रहा है कि वानखेड़े की पिच भी इस श्रृंखला की पिछली पिचों की तरह स्पिन गेंदबाजों की मददगार होगी।
दोनों संभावित टीमें :
भारत :- विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, गौतम गंभीर, चेतेश्वर पुजारा, मनीष पांडे, रविचंद्रन अश्विन, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, अमित मिश्रा, मोहम्मद समी, उमेश यादव, करुण नायर, जयंत यादव और लोकेश राहुल।
इंग्लैंड : एलिस्टर कुक (कप्तान), जॉनी बेयरस्टो, जैक बॉल, गैरी बैलेंस, गारेथ बैटी, जोस बटलर, स्टीवन फिन, केटन जेनिंग्स, मोइन अली, आदिल राशिद, जो रूट, बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स और जेम्स एंडरसन।