नई दिल्ली, 04 जुलाई, (वीएनआई) विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा है कि वे रबर स्टांप राष्ट्रपति नहीं बनेंगे। साथ ही उन्होंने सत्तापक्ष की ओर से उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से तीन संकल्प लेने की अपील की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर वे राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वे संविधान के कस्टोडियन के रूप में काम करेंगे, न कि रबर स्टांप के रूप में। उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर विभाजन के आरोप भी लगाए। साथ ही उन्होंने एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से भी वैसी ही शपथ लेने की अपील करते हुए ट्वीट किया।
यशवंत सिन्हा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर लिखा, सभी भारतीयों के बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रपति को ईमानदारी से काम करना चाहिए। मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर, मैं संविधान के एक निष्पक्ष संरक्षक के रूप में काम करूंगा; सरकार के लिए रबर स्टांप नहीं बनूंगा।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, मैं भारत के लोगों से प्रतिज्ञा करता हूं कि राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर, मैं प्रत्येक भारतीय को संविधान द्वारा गारंटीकृत अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा करूंगा। मैं भाजपा के उम्मीदवार से भी यही प्रतिज्ञा करने का आग्रह करता हूं।
अपने आखिरी ट्वीट में लिखा, सत्तारूढ़ सरकार ने भारत के बहु-धार्मिक समाज को विभाजित करने के लिए एक जहरीला सांप्रदायिक प्रचार किया है। मैं सभी भारतीयों से वादा करता हूं कि अगर राष्ट्रपति चुने जाते हैं, तो मैं भारत की बहुल प्रकृति और संविधान को बनाए रखूंगा।' यशवंत सिन्हा ने कहा, 'मैं भाजपा के उम्मीदवार से भी यही प्रतिज्ञा करने का आग्रह करता हूं।
गौरतलब है एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहे थे। वह झारखंड की पूर्व राज्यपाल रह चुकी हैं। ओडिशा की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू को बीजू जनता दल, जेडीयू, आईआरएस कांग्रेस, बीएसपी समेत अन्य दलों का भी समर्थन मिला है।
No comments found. Be a first comment here!