नई दिल्ली, 11 अगस्त (वीएनआई)| नए उप राष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू ने आज विपक्ष से कहा कि राज्यसभा के सभापति के तौर पर वह यह सुनिश्चित करेंगे कि कानूनों पर बहस हो, लेकिन अंतत: सरकार अपनी राह चलेगी क्योंकि उसके पास जनादेश है।
नायडू ने राज्यसभा के सभापति के तौर पर अपने पहले भाषण में कहा, सही है कि सत्तारूढ़ पार्टी के पास सत्ता है, विपक्ष को अपनी बात रखने का हक होना ही चाहिए। लेकिन आखिर में लोकतंत्र कहता है कि विपक्ष को अपनी बात रखने का अधिकार है और सरकार के पास अपना अख्तियार है क्योंकि उसे लोगों का जनादेश मिला है। पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अब वह 'सभी दलों के व्यक्ति' हो गए है और उनकी भूमिका 'राजनीति से ऊपर' है।
नायडू ने राज्यसभा सदस्यों के स्वागत भाषण पर प्रतिक्रिया में कहा, मैं आपकी आशाओं को पूरा करूंगा। आप में से सभी को अवसर मिलेगा, लेकिन सभी को (संसद के) नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि राजनेताओं को एक दूसरे को शत्रु की तरह नहीं देखना चाहिए बल्कि देश को मजबूत बनाने और लोगों की सहायता करने के लिए अपने सामान्य प्रयास के तहत 'प्रतिद्वंद्वी' के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा, लोकतंत्र संख्या के बारे में नहीं है, बल्कि एक दूसरे के विचारों को समझने व सराहने के लिए है।
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