अहमदाबाद,15 मई (वी एन आई) गुजरात मे इस वर्ष होने वाले विधान सभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला पार्टी आला कमान से 'नाराजगी' के चलते भाजपा मे जाने की अटकले फिर से जोर पकड़ निकली है. इसी आलम मे उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई दूसरे वरिष्ठ नेताओं को अपने ट्विटर अकाउंट से 'अनफॉलो' कर दिया. इन सब के बाद बाघेला की नाराजगी की खबरों ने फिर जोर पकड़ लिया है.हालांकि उनकी नाराजगी का स्पष्ट कारण तो पता नहीं चला लेकिन उनके बीजेपी में लौटने की खबरें भी जोर पकड़ रही हैं. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गत दिनों वाघेला से मुलाकात की थी, जिसके बाद से उनके भाजपा में शामिल होने की भी अटकलें लग रही हैं.
इससे पहले श्री बाघेला ने कल कहा कि इस साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों को लड़ने के इच्छुक नहीं है. पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि विधानसभा चुनावों के लिये उनकी पसंद की सीट कौन सी होगी जहां से वह लड़ना चाहेंगे तो इस सवाल पर 77 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी चुनाव लड़े हैं और अब यह उनके लिये महत्व नहीं रखता.
उन्होंने अरवाल्ली जिले के बायद में संवाददाताओं को बताया, "मैंने अपनी जिंदगी में कई चुनाव लड़े हैं. अब समय आ गया है कि गुजरात के लोगों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है उनके लिये लड़ा जाये. मेरे लिये लोकसभा या विधानसभा चुनाव लड़ना महत्वपूर्ण नहीं है.’’
उनका यह कदम ऐसे समय आया है जब प्रदेश कांग्रेस ने यहां अपनी आईटी सेल की कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल और राज्य के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे. गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष वाघेला ने मार्च में दावा किया था कि वह विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की दौड़ में शामिल नहीं हैं.
पिछले महीने पार्टी के 57 में से 36 विधायकों ने मांग की थी कि अगर कांग्रेस चुनाव जीतना चाहती है तो वाघेला को पार्टी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाये. हालांकि गुजरात के पार्टी प्रभारी अशोक गहलोत ने हाल ही में विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री पद के लिये किसी के नाम के साथ चुनाव में जाने से इनकार किया था.