नई दिल्ली, 20 नवंबर, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बीते शुक्रवार तीन कृषि कानून को निरस्त करने की घोषणा के बाद किसान ने नेता राकेश टिकैत ने कहा प्रधानमंत्री शहद से भी मीठा बोल रहे, भरोसा ही नहीं होता
राकेश टिकैत ने एक निजी टीवी चैनल से बात करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ने तीन विवादित कृषि कानून को रद्द करने की घोषणा टीवी पर की है, लेकिन अगर किसानों को कल किसी से बातचीत करनी पड़ी तो वह किससे करेंगे। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री तो शहद से भी ज्यादा मीठा बो रहे हैं, इतनी मीठी भाषा, हलवाई को तो ततैया भी नहीं काटता। वह ऐसे ही अपने आसपास से मक्खियों को उड़ाता रहता है। इसलिए पीएम पर भरोसा नहीं हो रहा है। जो मीठी बोली का इस्तेमाल हो रहा है, उसको बातचीत में भी होना चाहिए। उन्होंने कहा, किसान आंदोलन में लगभग 750 किसान शहीद हुए हैं, 10 हजार केस हुए हैं, बिना किसी बातचीत के ये मुद्दा हल कैसे हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दिया जाए। उन्होंने कहा कि अभी भी आधे दामों पर किसान फलस बेच रहे हैं, तो हम क्यों आधे दामों पर अपने फसलों को बेचें। हमने तो कभी भी स्वामीनाथन कमेटी की बात ही नहीं की।