नई दिल्ली, 3 दिसंबर (वी एन आई) ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा है कि भारत से ब्रिटेन मे आने वाले छात्रो के लिये कोई सीमा नही है जो कि ब्रिटिश विश्वविद्द्यालयो मे पडने को इच्छुक है.उन्होने कहा कि हम इमीग्रेशन को नियंत्रित कर सकते है साथ ही इसे दुनिया भर से आने वाले यहा आने वाले लोगो के लिये भी इसे आक्रशक भी बना सकते है. श्री केमरून ने कहा कि भारत से ब्रिटेन मे आने वाले छात्रो के लिये कोई सीमा नही है जो कि ब्रिटिश विश्वविद्द्यालयो मे पडने को इच्छुक है. साथ ही उन्होने भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था का समर्थन किया और कहा है कि भारत को तेजी से इस अर्थ व्यवस्था की और बढना होगा,जरूरत इस बात की है कि भारत का कर दाता अपने आधार भूतढांचे के लिये पैसा दें , श्री केमरन ने आज यहा आयोजित एचटी समिट कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि यूरोप के बाहर भारत ऐसा देश है जहां पर मैंने विपक्ष के नेता के तौर पर दौरा किया है. हर बार जब भी मैं आता हूं. मैं यहां पर विकास और क्षमता देखकर स्तब्ध रह जाता हूं.
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जैसे तेजी से बड़ रही अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ी बाधा पैसे की कमी है. बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए पैसे की जरूरत होती है. इसमें सबसे बड़ी बाधा भ्रष्टाचार है जिसे रोकना होगा और कर का दायरा बढ़ाना होगा. .इमिग्रेशन के सवाल पर कैमरन ने कहा कि ब्रिटेन के नेता इसका समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि आप इमिग्रेशन को नियंत्रित कर सकते हैं जब आप अपने देश को अच्छी शिक्षा और काम करने लायक जगह बनाते हैं. इमिग्रेशन के लिए जरूरी है कि आपके पास अच्छी अंग्रेजी के जानकार लोग हों.वी एन आई