शाहजहांपुर, 21 जुलाई, (वीएनआई) संसद के मानसून सत्र में लोकसभा में विश्वास मत जीतने के बाद प्रधानमंत्री मोदी आज उत्तरपदेश के शाहजहांपुर पहुंचे, यहाँ उन्होंने किसान कल्याण रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस समेत प्रमुख विपक्षी दलो पर निशाना साधा।
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि 'अहंकार, दंभ और दमन के संस्कार आज का युवा भारत सहने को तैयार नहीं है। चाहे साइकल हो या हाथी, कोई भी हो साथी, स्वार्थ के इस पूरे स्वांग को देश समझ चुका है।' उन्होंने कहा कि वक्त बदल चुका है, देश बदल चुका है, देश के नौजवान का मिजाज बदल चुका है, देश की बेटियां भी जाग चुकी हैं, लोकतंत्र के हर तंत्र को धमकाने की उनकी आदत, फॉर्म्युला अब आगे काम नहीं आएगा। उन्होंने कहा, आजकल एक दल नहीं, दल के साथ दल, दल के साथ दल हो रहा है और जब दल के साथ दल हो तो दलदल हो जाता है और जितना ज्यादा दलदल होता है उतना ज्यादा कमल खिलता है।' अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने कहा कि कल संसद में हम उनसे लगातार ये पूछते रहे कि बताओ तो कि इस अविश्वास का कारण क्या है? लेकिन वो इसका कारण नहीं बता पाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने किसान रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हर किसान के पसीने और श्रम का सम्मान हो, यही केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार की प्राथमिकता है। पीएम मोदी ने गन्ना किसानों के लिए बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अब गन्ना किसानों को लागत मूल्य के ऊपर 80 प्रतिशत का सीधा लाभ मिलेगा। इस दौरान पीएम मोदी ने अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान किसानों के हित में शुरू की गईं योजनाओं के बारे में भी बताया। पीएम मोदी ने कहा कि जब आवश्यकता से अधिक चीनी की पैदावार होती है तो किसानों का पैसा फंस जाता है,इसलिए सरकार ने फैसला लिया कि गन्ने से सिर्फ चीनी ही नहीं, गाड़ियों के लिए ईंधन भी बनाया जाए। उन्होंने कहा, 'ऐथेनॉल बनाने की कोई तकनीक नई नहीं है। न ही यह आइडिया हम लाए हैं। सब कुछ पहले से मौजूद था लेकिन काम इसलिए नहीं हुआ, क्योंकि उनकी नीयत नहीं थी। संवेदनहीन सोच व ध्वस्त व्यवस्था ने इतने समय तक देश व किसानों का बहुत नुकसान किया।'
प्रधानमंत्री ने इसके अलावा विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर हमला बोलते हुए कहा, 'हम उनसे लगातार पूछते रहे कि अविश्वास का कारण क्या है, जरा बताओ तो। जब कारण नहीं बता पाए, तो गले पड़ गए।' पीएम मोदी ने कहा कि 90 हजार करोड़ रुपये जो कहीं और चला जाता था, वह सही व्यक्ति के पास पहुंचने लगा, जिसकी वजह से केन्द्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। उन्होंने कहा, 'ये अविश्वास प्रस्ताव ऐसे नहीं आता है। जब 90 हजार करोड़ रुपये इधर-उधर जाने बंद हो जाएं तो कितनों की दुकानें बंद हो गई हो गई होंगी। गलत कामों को कोई बंद कर दे, मुफ्त की कमाई को बंद कर दे, करप्शन को बंद कर दे, तो क्या उस पर वह विश्वास करेंगे?' उन्होंने कहा, 'विपक्ष की परेशानी यह है कि मैं भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ खड़ा हूं।'
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