नई दिल्ली, 21 जुलाई, (वीएनआई) संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। मोदी ने विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों का चुन-चुनकर जवाब दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए राहुल गांधी के गले लगने पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को खुदपर भरोसा ही नहीं है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लोग जो भाषा बोल रहे हैं वह अज्ञानवश और अति आत्मविश्वास के कारण है। उन्होंने महागठबंधन पर भी तंज कसते हुए कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव नहीं बल्कि यह कांग्रेस के तथाकथित साथियों का फ्लोर टेस्ट है। मोदी ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी जय-पराजय का फैसला भी नहीं हुआ था लेकिन वह मुझे उठाने की कोशिश कर रहे थे, उठो-उठो। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि न कोई मुझे यहां से उठा सकता है और न बिठा सकता है। देश की 125 करोड़ देशवासी का मुझमें भरोसा है और उन्होंने ही मुझे यहां बिठाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा वह कहते थे कि हम खड़े होंगे तो पीएम 15 मिनट तक भी खड़े नहीं हो पाएंगे। मैं अभी खड़ा भी हूं और चार साल में जो काम किए हैं उसपर अड़ा भी हूं। उन्होंने कहा, हमारी सोच उनसे अलग है। डंके की चोट पर की गई बात अहंकार कहलाता है। वह कहते हैं कि 2019 में पावर में आने नहीं देंगे। जो लोगों में विश्वास नहीं करते और खुद को ही भाग्य विधाता मानते हैं और उनके मुंह से ऐसे शब्द निकलते हैं। मोदी ने कहा हम चौकीदार भी हैं हम भागीदार भी हैं लेकिन हम आपकी तरह सौदागर नहीं हैं। ठेकेदार नहीं हैं। देश के किसानों के विकास के भागीदार हूं। हम देश को विकास देने का भागीदार हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने डोकलाम पर कहा मैं मानता हूं जिस विषय की जानकारी नहीं है उसपर बोलने से बात जरा उल्टी पड़ जाती है। देश का ज्यादा नुकसान ज्यादा हो जाता है। बचना चाहिए। डोकलाम पर जब सरकार देश आगे बढ़ रही थी तब चीन के राजदूत के साथ कौन बैठे थे। मोदी ने राफेल डील पर कहा देश के सुरक्षा से जुड़े विषयों पर इस प्रकार से खेल खेले जाते हैं। देश कभी माफ नहीं करेगा। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि यह समझौता दो देशों के बीच हुआ है। पूरी पारदर्शिता के साथ हुआ है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर इन बचकाना बयानों से बचा जाए। मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक बोलने पर कहा यह देश कभी माफ नहीं करेगा। आपकी गाली सुनने को लिए मैं तैयार हूं, देश के जवान को गाली मत दीजिए। सेना को अपमानित करने की कोशिश निरंतर चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे पर भी जवाब देते हुए कहा,'जोर और जुल्म के बीच आंध्र और तेलंगाना का विभाजन किया। उस समय मैंने यह कहा था कि तेलुगू हमारी मां है। तेलुगू के स्प्रिट को टूटने नहीं देना चाहिए। कांग्रेस की वजह से तेलंगाना विवाद पैदा हुआ। कांग्रेस ने भारत-पाकिस्तान का विभाजन किया और आज भी हम मुसीबत झेल रहे हैं। आंध्र का बंटवारा जबरन किया गया। संसाधनों का विवाद आज भी चल रहा है। आंध्र और तेलंगाना के विकास में कोई कमी नहीं आएगी।
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