संत कबीर नगर, 28 जून, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी आज संत कबीर की 500वीं पुण्य तिथि पर उत्तरप्रदेश के संत कबीर नगर पहुंचे। संत कबीर की परिनिर्वाण स्थली मगहर से प्रधानमंत्री मोदी ने राजनीतिक विरोधियों पर महापुरुषों के नाम पर स्वार्थ की राजनीति, परिवारवाद और भाई-भतीजावाद पर हमला बोला ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, दुर्भाग्य से महापुरुषों के नाम पर ऐसी राजनीति की धारा तैयार की जा रही है जो समाज को तबाह कर रहा है, उन्हें बस कलह और राजनीति चाहिए। कुछ ऐसी पार्टियां हैं जो शांति और विकास के बजाय कलह चाहते हैं। उन्हें लगता है कि अगर अशांति होगी तो उन्हें राजनीतिक फायदा मिलेगा। सच्चाई ये है कि ऐसे लोग जमीन से कट चुके हैं, उन्होंने कबीर को कभी जाना ही नहीं।' प्रधानमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हालिया बंगला विवाद की ओर इशारा करते हुए हमला बोला। उन्होंने कहा, 'मुझे याद है जब गरीबों के लिए पीएम आवास योजना शुरू हुई तो पिछली सरकार में रहे लोगों ने सवाल उठाए। पिछली सरकार गरीबों के लिए बनाए गए घरों की संख्या तो बताती, लेकिन उन्हें अपने आलिशान बंगलों की रुचि थी। जबसे यूपी में योगीजी की सरकार आई तब से यूपी में गरीबों के लिए रेकॉर्ड घरों का निर्माण हो रहा है।' मोदी ने कांग्रेस और जनता परिवार के हिस्सा रहे दलों को आपातकाल का उल्लेख कर घेरा। प्रधानमंत्री ने कहा, 'कबीर ने मोक्ष का मोह नहीं किया लेकिन समाजवाद और बहुजन को ताकत देने के नाम पर राजनीतिक दलों के सत्ता के लालच को देखा जा सकता है। आपातकाल लगाने और उस वक्त उसका विरोध करने वाले आज कंधा से कंधा मिलाकर कुर्सी झपटने की फिराक में घूम रहे हैं। ये सिर्फ अपने और अपने परिवार के हितों के लिए चिंतित हैं, गरीबों, पिछड़ों, शोषितों, दलितों को धोखा देकर ये अपने भाइयों, परिवारों और अपनों को करोड़ों की संपत्ति बनाने दे रहे हैं।' पीएम ने विपक्षी दलों पर तीन तलाक बिल को लटकाने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने कहा, 'सरकार तमाम धमकियों को दरकिनार कर तीन तलाक हटाने के लिए प्रयास कर रही है लेकिन स्वार्थी दल उस बिल का विरोध कर रहे हैं।'
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर अपनी सरकार की उपलब्धियों का भी बखान किया। उन्होंने कहा, '80 लाख से ज्यादा महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन, एक करोड़ 70 लाख को एक रुपये महीने पर बीमा सुरक्षा कवच देकर, बैंक खातों में सीधा पैसे ट्रांसफर करके सशक्त किया है। आयुष्मान भारत के जरिए गरीबों को सस्ता, सुलभ स्वास्थ्य सेवा देने की कोशिश कर रहे हैं।' मोदी ने कहा संत कबीर को कर्मयोगी बताते हुए कहा कि उनकी सरकार कबीर के रास्ते पर चल रही है और भारत के एक-एक इंच भूमि को विकास से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि कबीरदास ने कहा था कि काल्ह करे सो आज कर, हमारी सरकार भी इसमें यकीन करती है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'कबीर कर्मयोगी हैं, आज तेजी से पूरी हो रही योजनाएं, दोगुनी गति से बनती सड़कें, दोगुनी गति से बिछ रही रेल पटरियां, तेजी से गांवों तक पहुंचता ऑप्टिकल फाइबर। यह कबीर के कर्मयोग का ही तो रास्ता है, भारत का एक बहुत बड़ा हिस्सा खुद को अलग-थलग महसूस कर रहा था। जिस प्रकार कबीर ने मगहर को अभिशाप से मुक्त किया..वैसे ही हमारी सरकार का संकल्प है कि भारत के एक-एक इंच भूमि को विकास से जोड़ा जाए। मोदी ने कहा, 'कबीर अपने कर्म से वंदनीय हो गए। धूल से उठे थे लेकिन माथे का चंदन बन गए। महात्मा कबीरदास व्यक्ति से अभिव्यक्ति हो गए और इससे भी आगे वह शब्द से शब्द ब्रह्म बन गए, विचार बनकर आए और व्यवहार बनकर अमर हो गए। उन्होंने समाज की चेतना को जागृत करने का काम किया। समाज के जागरण के लिए काशी से मगहर आए।' मोदी ने कहा, 'सैंकड़ों वर्षों की गुलामी के कालखंड में अगर देश की आत्मा बची रही तो वह ऐसे महान तपस्वी संतों की वजह से हुआ। उत्तर हो या दक्षिण, पूरब हो या पश्चिम, कुरीतियों के खिलाफ देश के हर कोने में ऐसी महान आत्माओं ने जन्म लिया। कर्म और चर्म के आधार पर भेद के बजाय ईश्वर भक्ति का जो रास्ता रामानुजाचार्य ने दिखाया, उसी राह पर चलकर संत रामानंद ने जातिवाद के खिलाफ मुहिम चलाई। संत कबीर के बाद रैदास आए, फूले आए, महात्मा गांधी आए, आंबेडकर आए, इन सभी ने अपने-अपने तरीके से असमानता के खिलाफ देश को रास्ता दिखाया।'
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