नई दिल्ली, 01 फरवरी, (वीएनआई) कार्यकारी वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश करने के बाद एक साक्षात्कार में विपक्ष द्वारा अंतरिम बजट को लोकलुभावनवादी करार देने के बयान की कड़ी आलोचना की।
वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सात दशक तक देश को विकास से वंचित रखने वाले लोग विकास के लिए हो रहे कार्यों की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बजट को जेटली तथा पीएम ने तैयार किया था और वास्तव में अंतरिम बजट की मर्यादा के अंदर देश और देशवासियों के विकास के लिए जितना कर सकते थे और जितना जनता तक पहुंचाना जरूरी था, हमने वही किया है। उन्होंने कहा, एयरकंडीशन में बैठे लोग छोटे किसानों की मुश्किलें नहीं समझ सकते। हमारे प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे से भलिभांति अवगत हैं। छोटे किसानों को सालाना छह हजार रुपये देने की योजना से उन्हें इसका बड़ा फायदा मिलेगा। वे इस रकम से बीज खरीद सकेंगे, बिजली खरीद सकेंगे, खेती-बाड़ी से जुड़े अन्य खर्चों के लिए इसका इस्तेमाल कर पाएंगे। वास्तव में, इस योजना के जरिये छोटे किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया गया है।'
वित्तमंत्री ने आगे कहा कि मध्यवर्ग को टैक्स में छूट और किसानों की समस्याओं का समाधान जरूरी था। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को वृद्धावस्था में पेंशन की व्यवस्था, सरकार की सोच के साथ मेल खाती है, जिसका फायदा 10 करोड़ मजदूरों को मिलेगा। उन्होंने कहा बीते साढ़े चार वर्षों में हम कोई पहली योजना लेकर नहीं आ रहे हैं। बीते साढ़े चार साल में हमने कई योजनाओं की घोषणा की है। आयुष्मान भारत योजना की घोषणा के वक्त कोई चुनाव नहीं था। हर घर बिजली योजना के वक्त भी कोई चुनाव नहीं था। स्वच्छ भारत की घोषणा के वक्त भी कोई चुनाव नहीं था। आलोचना करना उनकी मानसिकता है। मोदी ने मात्र साढ़े चार साल के भीतर देश की तमाम महिलाओं को शौचालय दे दिया।'
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