नई दिल्ली, 03 जुलाई, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर विपक्षी दलों की चल तैयारियों पर पर करारा हमला बोला है। तमाम विपक्षी दलों की एनडीए के खिलाफ एक महागठबंधन बनाने की लगातार कोशिश जारी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वराज्य मैगजीन को दिए गए इंटरव्यू में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए महागठबंधन को निजी स्वार्थ के लिए किया जा रहा गठबंधन करार दिया। पीएम मोदी से पूछा गया कि क्या वो 1977 और 1989 की तरह एक महागठबंधन को लेकर चिंतित हैं जो बीजेपी से 2019 में मुकाबला करने को तैयार होता दिखाई रहा है? प्रधानमंत्री मोदी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी विकास और सुशासन के मुद्दे पर चुनाव लड़ती है।आर्थिक मामलों, सुरक्षा और विदेश नीति के क्षेत्र में सरकार ने अच्छा काम किया है। 2014 के बाद देश के कई भागों में लोगों ने बीजेपी को समर्थन दिया है। लोगों ने जिस प्रकार चुनाव दर चुनाव अपना सहयोग दिया है, उम्मीद है आगे भी वो बीजेपी को फिर से चुनेंगे। 1977 के हालात कुछ और थे, उस वक्त देश आपातकाल के दंश झेल रहा था और लोगों के सामने लोकतंत्र को बचाने की चुनौती थी। जबकि 1989 में बोफोर्स घोटाले के कारण लोगों में काफी गुस्सा था। आज ये पार्टियां अपने स्वार्थ के लिए और अपना राजनीतिक करियर बचाने के लिए महागठबंधन करना चाहती हैं, देशहित में नहीं। उनके पास कोई मुद्दा नहीं हैं, मोदी को हटाने के अलावा।
प्रधानमंत्री मोदी से पूछा गया कि गठबंधन की राजनीति के मामले में विपक्ष बीजेपी से एक कदम आगे दिखाई दे रहा है, तो मोदी इसका जवाब देते हुए कहा कि देश को समझना होगा कि कांग्रेस के लिए गठबंधन के क्या मायने हैं। 1998 में, सोनिया गांधी ने गठबंधन राजनीति एक पार्टी के शासन पर जोर दिया था। लेकिन वहीं कांग्रेस अब गठबंधन की बात कर रही है। कांग्रेस आज अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है और ये केवल इसलिए संभव हो सका है क्योंकि देश की जनता ने उनको रिजेक्ट कर दिया है। आज कांग्रेस एक क्षेत्रीय दल की तरह हो गई है। उनके पास केवल 3 राज्य हैं और दिल्ली, सिक्किम के अलावा आंध्र प्रदेश में कोई पकड़ नहीं है। यूपी और बिहार में उनकी स्थति के बारे में सभी को पता है। देश की जनता को कांग्रेस के बारे में पता है। कांग्रेस ने चौधरी चरण सिंह, एचडी देवगौड़ा से लेकर चंद्रशेखर तक को अपमानित करने का काम किया।
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