लखनऊ, 4 जनवरी (वीएनआई)| बसपा अध्यक्ष मायावती ने आज निर्वाचन आयोग द्वारा पांच राज्यो के विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा के बीच कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड और पंजाब में बिना किसी से गठबंधन किए अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी।
बसपा मुखिया मायावती ने आज एक बयान में जारी कहा कि बसपा के पक्ष में लहर को देखते हुए किसी के साथ किसी भी प्रकार का गठबंधन या समझौता नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया कि निष्पक्ष चुनाव के लिए वह केंद्र सरकार को निर्देश दे कि वह केंद्रीय बजट एक फरवरी को पेश करने के बजाय मतदान की अंतिम तारीख के बाद पेश करे, जैसा साल 2012 में किया गया था। उन्होंने कहा कि खासकर उत्तर प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए जरूरी था कि यहां कई चरणों में मतदान कराए जाएं और सात चरणों में चुनाव कराने का निर्वाचन आयोग का फैसला स्वागत योग्य है।
मायावती ने आगे कहा, प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी सरकार में हर तरह का अपराध चरम पर पहुंच गया है। अराजकता और जंगलराज का दौर लगातार जारी है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए सरकार द्वारा पुलिस व प्रशासन का लगातार इस्तेमाल जारी है। आगे भी सपा की काम चलाऊ सरकार द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग की आशंका है। निर्वाचन आयोग के सामने यह एक चुनौती है। इसके लिए जरूरी है कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की अधिक से अधिक तैनाती हो। स्थानीय पुलिस पर भी कड़ी नजर रखी जाए और उन्हें मनमाना व पक्षपाती रवैया अपनाने से रोका जाए।"