नई दिल्ली, 21 जुलाई, (वीएनआई) वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच अगर दिल्ली सरकारी राशन की दुकानों पर लंबी लाइन से छुटकारा दिलाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज मुख्यमंत्री घर-घर राशन योजना को मंजूरी दे दी है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि दिल्ली कैबिनेट ने 'मुख्यमंत्री घर-घर राशन योजना' के खाद्य आपूर्ति विभाग के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है। उन्होंने कहा कि, व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए यह बहुत खुशी की बात है, क्योंकि राजनीति में आने से पहले मैं और मनीष सिसोदिया जी परिवर्तन नाम की संस्था चलाया करते थे। दिल्ली की झुग्गी बस्तियों के अंदर गरीब लोगों के साथ और उनके हक के लिए काम किया करते थे। जब उनको राशन नहीं मिलता था तो उनको राशन दिलाने के लिए काम करते थे। सूचना का अधिकार कानून का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हमने लोगों को राशन दिलवाने में किया। उन दिनों में लोगों का राशन चोरी हो जाया करता था और पूरा राशन नहीं मिलता था। सरकारी कागजात में तो एंट्री हो जाती थी कि हमने सबको राशन दे दिया और सब के फर्जी अंगूठे भी लग जाते थे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इससे भी कोरोना के संक्रमण पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। उन्होंने आगे बताया कि अगले छह से 7 महीने में होम डिलीवरी राशन की शुरू हो जाएगी। होम डिलीवरी में गेहूं की जगह आटा दिया जाएगा। जिस दिन दिल्ली में राशन की होम डिलीवरी शुरू होगी उसी दिन केंद्र सरकार की वन नेशन वन राशन कार्ड की योजना दिल्ली में लागू कर दी जाएगी।