नई दिल्ली, 07 जनवरी, (वीएनआई) जेएनयू में हुई हिंसा को भारतीय मीडिया की ही तरह विदेशी मीडिया ने भी इसे कवर किया। वहीं ब्रिटेन के एक अखबार में इस पूरे घटनाक्रम खबर को लेकर आलोचना हो रही है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों पर हमला करने वाली नकाबपोश भीड़ को 'राष्ट्रवादी' कहने के लिए ब्रिटेन के एक अखबार की सोमवार को तीखी आलोचना की है। जावड़ेकर ने ट्वीट कर लिखा, मैं जानता हूं कि भारत को समझने की आपसे उम्मीद लगाना थोड़ा ज्यादा होगा, लेकिन आप एक कोशिश कर सकते हैं। आप कोई भी मौका मिलने पर भारत के टूटने का अनुमान लगाना बंद करें। भारत विविधता वाला लोकतंत्र है और यह मजबूती से उभर कर आने के लिए सभी मतभेदों को साथ लेकर चलता है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, दुनियाभर के प्रौद्योगिकीविद् आपकी प्रौद्योगिकी पाने के इच्छुक होंगे, जो नकाबपोश भीड़ को डिकोड कर 'राष्ट्रवादी' बताते हैं। एक बात और, हमारे देश के सभी विश्वविद्यालय एवं संस्थान धर्मनिरपेक्ष हैं।
गौरतलब है जेएनयू हिंसा का वीडियो सोशल मीडिया के सहारे पूरी दुनिया तक में पहुंच गया है। वहीं ब्रिटेन के अखबार में जेएनयू में रविवार रात हुई हिंसा के लिए शीर्षक दिया गया था- 'राष्ट्रवादी भीड़ ने दिल्ली के धर्मनिरपेक्ष विश्वविद्यालय में उपद्रव किया।
No comments found. Be a first comment here!