नई दिल्ली, 27 नवंबर, (वीएनआई) संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में एसपीजी संशोधन बिल लोकसभा में पेश किया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने इसके प्रावाधानों को बताते हुए कहा कि संशोधन विधेयक के मुताबिक एसपीजी सुरक्षा प्रधानमंत्री और उनके परिजनों को ही दी जाएगी। इसके अलावा उनके उन परिजनों को भी यह सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी, जो आधिकारिक तौर पर पीएम के साथ उनके आवास में रहते हों। गृहमंत्री ने आगे कहा कि इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी पद छोड़ने के बाद 5 साल तक एसपीजी सुरक्षा दी जाएगी। विधेयक पर चर्चा करते हुए कांग्रेस ने इस पर तीखे सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस की तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि तय प्रक्रिया के आधार पर खतरे का आकलन किया जाता है और उसके मुताबिक ही सभी लोगों को सुरक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि इस बिल में पूर्व प्रधानमंत्रियों को सिर्फ 5 साल के लिए ही एसपीजी सुरक्षा देने की बात है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर कैसे पता चलता है कि जिस व्यक्ति को अभी तक खतरा अब नहीं है। उन्होंने महात्मा गांधी, अब्राहम लिंकन, बेअंत सिंह, इंदिरा गांधी की हत्या का उदाहरण दिया। मनीष तिवारी ने आगे कहा कि आखिर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को लेकर खतरे में ऐसी क्या कमी आ गई है कि सुरक्षा वापस ले ली गई। तिवारी ने कहा यह जो खतरे के आकलन की प्रक्रिया है, यह बहुत सब्जेक्टिव प्रक्रिया है।
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