पणजी, 18 मई (वीएनआई)| कांग्रेस के नेताओं ने गोवा की राज्यपाल मृदुला सिंह से मुलाकात कर उनसे कर्नाटक की तर्ज पर गोवा में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को आमंत्रण देने का आग्रह किया।
कांग्रेस ने याद दिलाया है कि राज्य में 16 विधायकों के साथ वह सबसे बड़ी पार्टी है। कर्नाटक में राज्यपाल वजुभाई वाला ने भाजपा के सबसे बड़ी पार्टी होने के आधार पर इसके नेता येदियुरप्पा को सरकार बनाने का मौका दिया और उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। राजभवन से बाहर विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने पत्रकारों से कहा कि राज्यपाल को एक अभिवेदन दिया गया है, जिसमें उनसे मार्च 2017 में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी होने और इसके 16 विधायक होने के बावजूद सरकार बनाने के लिए उसे आमंत्रण न देकर भाजपा को न्योता देने की 'पिछली गलती को सुधारने' का आग्रह किया गया है। कावलेकर ने कहा, "हमने उनसे वही करने के लिए कहा, जो कर्नाटक के राज्यपाल ने किया है। हमने गोवा में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को आमंत्रित करने के लिए कहा क्योंकि हम राज्य की सबसे बड़ी पार्टी हैं। कावलेकर ने कहा कि अगर सिन्हा कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करती हैं तो गोवा में कांग्रेस सरकार बनाएगी, पार्टी 40 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत साबित करने में सक्षम है। उन्होंने कहा, उन्होंने हमसे कहा है कि वह हमारे पत्र का दो दिन में जवाब देंगी।
गोवा में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 13 सीट पर जीत मिली थी और कांग्रेस ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन, राजनीतिक दांव चलते हुए भाजपा ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मंजूरी मिलने के बाद दो क्षेत्रीय दलों और स्वतंत्र विधायकों के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई। कांग्रेस के एक विधायक विश्वजीत राणे ने बाद में पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया, जिससे विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 14 हो गई और कांग्रेस के 16 विधायक रह गए। फिलहाल, विधानसभा में भाजपा और इसकी गठबंधन पार्टी के सदस्यों की संख्या 23 है। इसमें भाजपा के 14, गोवा फारवर्ड और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के 3-3 और तीन स्वतंत्र विधायक शामिल हैं।
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