नई दिल्ली, 04 सितम्बर, (वीएनआई) भाजपा ने माओवादी से लिंक को लेकर पांच लोगो की गिरफ्तारी के मामले में कांग्रेस के विरोध पर तीखा पलटवार करते हुए उसे नक्सलियों के प्रति सद्भावना रखने वाली पार्टी करार दिया है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आज कहा कि कांग्रेस जब भी सत्ता में रही है, उसने माओवाद को लेकर दोहरा रवैया अपनाया है। मनमोहन सिंह और कुछ लोग कहते थे कि माओवादियों से बड़ा देश के लिए कोई और खतरा नहीं है। वहीं, यूपीए सरकार के गृह मंत्रियों में से आधे नक्सलियों के साथ थे और आधे खिलाफ थे। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा से किसी भी स्तर तक समझौता कर सकती है।
संबित पात्रा ने आगे कहा, 'विनायक सेन को 2010 में देशद्रोह में अपराधी घोषित किया गया था। इसके बाद उन्हें प्लानिंग कमिशन की स्वास्थ्य समिति में नियुक्ति दी गई।' पात्रा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश पर भी अटैक करते हुए कहा, 'महेश राउत को भीमा कोरेगांव हिंसा में अरेस्ट किया गया था। वह यूपीए सरकार के दौर में भी अरेस्ट किए गए थे। उनके मसले पर जयराम रमेश ने पृथ्वीराज चव्हाण को पत्र लिखा था। रमेश ने कहा था कि मैंने अपने सूत्रों से पता लगा लिया है कि वह भला आदमी है।
वहीं कांग्रेस की ओर से मनीष तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि एक हफ्ते में यह दूसरी बार है जब हमने 5 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी देखी है। कांग्रेस के प्रवक्ता ने आरोप लगाया, 'अगर यह अघोषित आपातकाल नहीं तो क्या है? यह न केवल बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है बल्कि यह भारत के संविधान पर भी अटैक है।'
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