नई दिल्ली, 09 नवंबर, (वीएनआई) सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या भूमि विवाद पर आज सुनाये गए फैसले के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं।
लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, भारत के मुस्लिम को खैरात की जरूरत नहीं है। हमें संविधान पर पूरा भरोसा है, हम अपने कानूनी हक की लड़ाई लड़ रहे थे। हमें जमीन के प्रस्ताव को ठुकरा देना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सहमत नहीं हूं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वकीलों ने भी कहा कि वे इस फैसले से सहमत नहीं हैं। हम मस्जिद के लिए जमीन खरीद सकते हैं। ओवैसी ने आगे कहा कि कांग्रेस ने भी आज अपना असली रंग दिखा दिया है। अगर 1949 में मूर्तियों को नहीं रखा गया होता और तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने ताले नहीं खुलवाए होते तेा मस्जिद अभी भी होती। नरसिम्हा राव ने अपने कर्तव्यों का पालन किया होता तो मस्जिद अभी भी होती।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने आज शिया वक्फ बोर्ड और निर्मोही अखाड़े के दावे को खारिज कर अयोध्या की विवादित जमीन को रामलला विराजमान को देने का फैसला सुनाया। इसके अलावा कोर्ट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में ही दूसरे स्थान स्थान पर 5 एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार तीन महीने में स्कीम लाए और ट्रस्ट बनाए। यह ट्रस्ट राम मंदिर का निर्माण करेगा।
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