लखनऊ, 06 अप्रैल, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर रविवार रात 9 बजे देश में दीपक, मोमबत्ती और टॉर्च जलाने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निशाना साधा है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण तमाम प्रयासों के बावजूद अभी फैलता ही जा रहा है। ऐसे में अब दीर्घकालीन व्यवस्थाएं करनी होगी। ताली-थाली के शोर या दीया-टार्च जलाकर रोशनी जैसी प्रतीकात्मक कर्मकाण्डों से मनोरंजन भले हो, वह कोरोना का उपचार नहीं है। उन्होंने कहा, गरीबों के घरों में चूल्हों की आग ठंडी न हो, बच्चे दूध के बिना भूखे न सोएं और नौजवानों की आंखो में भविष्य का धुंध न पनपे, इस ओर प्रधानमंत्री जी को तत्काल ध्यान देना चाहिए।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि इस समय स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देना होगा। देश-प्रदेश की विशाल आबादी के जीवनयापन के लिए विशेष प्रबन्ध करने होंगे। सरकारी प्रयासों के अतिरिक्त समाजवादी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता देशव्यापी लाॅकडाउन में भूखे, प्यासे, गरीबों असहायों की लगातार मदद कर रहे हैं। मास्क पहनकर और उचित दूरी बनाकर वे सेवाकार्य में रत है। उन्होंने कहा हम विशेष रूप से सरकार का ध्यान कोरोना आपदा के पश्चात् उत्पन्न होने वाले प्रभावों के बारे में भी सावधान करना चाहेंगे। देश में नोटबंदी-जीएसटी से कुप्रभावित उद्योगधंधे अब लाॅकडाउन के बाद पूरी तरह बंद हो चुके हैं। बेरोजगारी का संकट गहरा रहा है।
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