नई दिल्ली, 16 नवंबर (वीएनआई) केंद्र सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के विरोध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी अपनी पार्टी के 44 सांसदों के साथ तथा कुछ सहयोगी दलो व एनडीए सरकार के सहयोगी दल शिवसेना के साथ संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक पैदल मार्च कर राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी को ज्ञापन सौंपा.इस विरोध मार्च मे कॉग्रेस , समाजवादी, बसपा, जनता दल यू जैसे दल शामिल नही थे अलबत्ता एन डी सरकार के सहयोगी दल शिवसेना भी इस मार्च मे उन के साथ थे. इस् मे मार्च आप के सांसद भगवंत मान और भी शामिल हैं. इस मार्च में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला भी ममता का साथ देते नजर आए.
500 और 1000 के नोट बंद करने के विरोध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाल. . मोदी सरकार द्वारा बड़े नोट बंद किए जाने के बाद से ही ममता बनर्जी मुखर होकर लगातार फैसले के खिलाफ बोल रही हैं.
मार्च में शिरकत के लिए खुद ममता बनर्जी ने उद्धव ठाकरे को फोन किया था. राज्यसभा सांसद संजय राउत के अनुसार नोटबंदी का फैसला शिवसेना से पूछकर नहीं लिया गया है, जनता के हित के मुद्दे पर शिवसेना किसी के भी साथ जा सकती है.वी एन आई