मेल्बर्न 19 फरवरी (वीएनआई) विश्व कप २०१५ में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ बेहतरीन पारी खेलने वाले सुरेश रैना इस विश्व कप मे युवराज सिंह का अनुसरण करते उन्ही जैसा बनना चाहते है , हालांकि युवराज सिंह इस विश्व कप में टीम का हिस्सा नहीं बन पाए हैं पर सुरेश रैना इस बार टीम इंडिया के लिये के लिए वही भूमिका निभाना चाहते हैं जो यूवी ने 2011 वर्ल्ड कप मे निभाई थी
गौरतलब है कि वर्ष 2011 के विश्व कप में युवराज सिंह ने भारत को विश्व विजेता बनाने मे बेहद निर्णायक भूमिका निभाई थी ,युवराज सिंह ने 2011 के विश्वकप में नौ मैचों की आठ पारियों में चार बार नॉटआउट रहते हुए 362 रन बनाए थे. टीम इंडिया 28 साल बाद दोबारा विश्व विजेता बनी थी और शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन की बदौलत मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुने गए थे.
सुरेश रैना भी जरूरत पड़ने पर युवराज की तरह ही आक्रामक बल्लेबाज़ी करना चाहते हैं और जरूरत पड़ने पर संभल कर पारी बढ़ाने की कोशिशकरना भी चाहते हैं
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच में नंबर चार पर बल्लेबाज़ी करने आए रैना ने सिर्फ़ 56 गेंदों पर 74 रनों की पारी खेली और भारत के को स्कोर 300 रन तक पहुंचने में मदद की। भारत ने इस मैच में पाकिस्तान के खिलाफ सबसे बड़ी विश्व कप की सबसे बड़ी जीत दर्ज़ करते हुए उसे 76 रनों से मात दी थी.
सुरेश रैना पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपनी सफलता का सेहरा युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी के सिर बांधना चाहते हैं, एक निजी टीवी के साथ बातचीत में रैना ने अपने दिल की बात साझी की, "आपको अपने स्वाभाविक खेल का अनुसरण करने की आवश्यकता होती है, जो मैंने युवराज सिंह और धोनी से सीखा है. पिछले विश्व कप में मैंने निचले क्रम पर बल्लेबाज़ी की और कई मैचों में तो मैं बल्लेबाज़ी ही नहीं कर पाया. मैंने युवी का खेल देखा और ये भी देखा कि कैसे युवराज ने मैच जितवाया."
रैना ने यह यह भी कहा, "मैं इस विश्व कप में युवराज सिंह की भूमिका निभाना चाहता हूँ. मैं फ़ील्डिंग करना चाहता हूँ, गेंदबाज़ी करना चाहता हूँ और अच्छी बल्लेबाज़ी भी करना चाहता हूँ."रैना ने कहा कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मिली जीत टीम के लिए बहुत ज़रूरी थी, क्योंकि विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया में टीम बुरे दौर से गुज़री थी.मुश्किलों का सामना करना पडा.
उन्होंने कहा, पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला हमेशा से दबाव वाला होता है. पाकिस्तान के खिलाफ खेलना अलग अहसास होता है. यह मेरा दूसरा विश्व कप है और पाकिस्तान के खिलाफ दूसरा विश्व कप मुकाबला. हम 2011 में जीतने में सफल रहे और अब हम 2015 में उनके खिलाफ खेले और दोबारा जीतने में सफल रहे.रैना ने कहा, उम्मीद करता हूं कि हम उनके खिलाफ इस रिकार्ड को बरकरार रखेंगे. हमें इस विश्व कप में उस तरह की शुरुआत मिली जिसकी हम उम्मीद कर रहे थे. उम्मीद करता हूं कि आगामी मैचों में हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे.