नोएडा - 26 मार्च ( वीएनआई) नैशनल कंपनी लॉ अपीलेंट ट्रिब्यूनल (NCLAT) द्वारा जेपी असोसिएट्स की आपत्ति रद्द होते ही जे पी इंफ्राटेक के अधूरे प्रोजेक्ट को ्पूर्ण करने के लिए सुरक्षा समूह को जिम्मेदारी दी गई है। सुरक्षा समूह ने कुल फिलहाल 96 टावरों में से 23 टावरों के लिए टेंडर जारी कर दिया है। कु्छ समय बाद शेष टावरो का भी काम शुरु हो जायेगा 2010-11 से फंसे ग्राह्कों को इस फैसले से थोड़ी राहत मिली है, 14 साल से लंबे इंतजार के बाद अब काम शुरु होने पर बायर्स को अपना घर मिलने की उम्मीद एक बार फिर से जगी है 2016 से बायर्स कोर्ट में लगतार लड़ाई लड़ रहे हैं। 8 साल से कोर्ट की लड़ाई के बाद अब जाकर इस फैसले के बाद काम शुरु होने जा रहा है जो कि फंसे हुए बायर्स के लिए बहुत ही उम्मीद और राहत की खबर है। नैशनल कंपनी लॉ अपीलेंट ट्रिब्यूनल (NCLT) ने श्री रामलिंगम सुधाकर की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय प्रधान पीठ ने जे पी इंफ्राटेक के लिए सुरक्षा समूह की बोली को समाधान योजना के तहत मार्च 2023 मे दी मंजूरी, दी थी
आपको बता दें कि इन टावरों को पूरा करने के लिए सुरक्षा कंपनी को जिम्मेदारी दी गई थी परन्तु जेपी इंफ्राटेक की मदर कंपनी जेपी असोसिएट्स ने एनसीएलएटी मे इस पर आपत्ति जताई थी अभी हाल ही में एनसीएलएटी ने जेपी असोसिएट्स की आपत्ति को रद्द कर दिया िसीलिये सुरक्षा कंपनी ने 23 टावरों के लिए टेंडर जारी कर दिया है जेपी इंफ्राटेक के ्कुल 96 टावरों में 22 हजार घर खरीदारों के पैसे फंसे हुए हैं।
इस टेंडर में 23 टावरों मे गार्डन आइल्स प्रोजेक्ट के 15 टावर और ऑर्किड्स प्रोजेक्ट के 8 टावर शामिल हैं इन टावरों को पूरा करने के लिए सुरक्षा कंपनी का काम शुरू करेगी।सुरक्षा कंपनी 23 टावरों के लिए टेंडर जारी करने के बाद अब इन टावरों के लिए ठेकेदारों का चयन करेगी।ठेकेदारों का चयन होने के बाद इन टावरों का काम शुरू हो जाएगा।इन टावरों में काम शुरू होते ही संबंधित बायर्स को इसकी सूचना दी जाएगी। फिर उन पर बचे बकाया को जमा करने के लिए कहा जाएगा और संबंधित बायर्स को उनका फ्लैट मिलने की डेडलाइन भी बता दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक, जिन 23 टावरों में काम शुरू करने के लिए सुरक्षा ने टेंडर जारी किया है इनमें इंफ्रास्ट्र्क्चर अधिकांश का खड़ा हुआ है। कई में केवल फिनिशिंग का काम ही होना बाकी है। इसके बाद बाकी टावरों में भी काम शुरु कराने के लिए आगे टेंडर जारी किए जाएंगे।
यह बताना महत्वपूर्ण है कि यह टेंडर 22 हजार घर खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण है जिनके पैसे जेपी इंफ्राटेक के अधूरे प्रोजेक्ट में फंसे हुए हैं।यह टेंडर इन प्रोजेक्टों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है
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