नई दिल्ली 30 नवंबर (वीएनआई) मोटापा एक ऐसी बीमारी है जो अपने साथ बीमारियों का पूरा पैकेज लेकर आती है। आज की व्यस्त जीवनशैली, तनाव और खानपान को लेकर लापरवाही मोटापे को न्योता देते हैं,दुनिया भर में एक तिहाई लोग मोटापे का शिकार हैं, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया में करीब 2.3 अरब लोग मोटापे के शिकार हैं. मोटापा अक्सर नियमित न खाने एवं व्यायाम न करने से बढ़ता है. यदि आप वाकई मोटापा घटाना चाहते हैं तो तो क्रैश डायट से करे परहेज करे. क्योंकि क्रैश डायट से आपको बेहद जल्दी अपना वजन कम करने में जरूर मदद मिलती है, पर असल में वजन का तेजी से घटना चर्बी गलने से कम और शरीर से पानी निकलने और मांसपेशियों के गलने से ज्यादा होता है. क्रैश डायट के खत्म करते ही जो भी थोड़ी सी चर्बी गली है, फिर वापस आ जाती है.क्रैश डायट के कई साइड इफेक्ट भी हैं जैसै सिरदर्द, उल्टी आना और सांस की बदबू.
दूसरी तरफ अगर आप आपको ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों का सेवन ्करेंगे तो अपने वजन को नियंत्रित रख सकते हैं, ज्यादातर फल और सब्जियों में ढेर सारे मिनरल, विटामिन और काफी मात्रा में पानी होता है. लेकिन इनमें कैलोरी की संख्या बेहद कम होती है. ज्यादा पानी पीने से भी पाचन में मदद मिलती है.रोजाना तकरीबन 10 गिलास पानी पिएं. इससे आपके शरीर की कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है. कम पानी पीने से शरीर में फैट एकत्रित होना शुरू हो जाता है. सुबह-सुबह गुनगुने पानी के साथ नींबू और शहद लेने से फैट बर्न करने में मदद मिलती है. भरपूर पानी न सिर्फ वजन घटाने में मदद करता है बल्कि कई बीमारियों से भी मुक्ति दिलाता है.
फैट के अलावा नूडल्स, पिज्जा, बर्गर जैसे रिफांइड कार्बोहाइड्रेट भी आपके शरीर के लिए बेहद हानिकारक हैं. कोला और फ्लेवर वाले जूस का प्रयोग भी नुकसानदेह है .