नई दिल्ली 3 अगस्त (वीएनआई)स्ट्रेच मार्क्स शरीर पर पडी़ वह सफेद क्षीण रेखाएं होती हैं जो कि गर्भावस्था के दौरान या फिर अचानक मोटे हो जाने पर पड़ जाती हैं। कई लड़के जो जिम में जाकर बॉडी बनाने के लिये एक्सरसाइज करते हैं, उन्हें भी यह परेशानी कंधे, पीठ या जांघों में हो जाती है। कई मामलों में तो स्ट्रेच मार्क्स अपने आप ही गायब हो जाते हैं लेकिन ज्यादातर मामलों मे में यह नहीं जाते। स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने के लिये उपाय करने से पहले ये जानना ज़रूरी है कि ये क्यों होते हैं, क्योंकि हमारी त्वचा दो तहों से बनी होती है, बाहरी चादररूपी एपीडर्मिस और आंतरिक डर्मिस होती है। हमारी डर्मिस में कई लंबे-लंबे संयोजी उत्तकों के तंतु होते हैं, जिन्हें कोलाजन फाइबर कहते हैं, जब गर्भावस्था में पेट बढ़ता है तो हमारी त्वचा में भी खिंचाव आता जाता है, त्वचा की बाहरी एपीडर्मिस तो खिंच जाती है, लेकिन आंतरिक डर्मिस इस खिंचाव को लंबे समय तक सहन नहीं कर सकती है और ये कोलाजन तंतु टूटते जाते हैं, जिससे त्वचा में स्ट्रेच मार्क बनते जाते हैं।
शुरुआत में ये हल्के गुलाबी या त्वचा के रंग के होते हैं बाद में ये सफेद हो जाते हैं। इन स्ट्रेच मार्क को चिकित्सा की भाषा में स्ट्रिया एल्बीकेंटेस कहते हैं, जबकि गर्भावस्था के दौरान होने वाले स्ट्रेच मार्क को स्ट्रिया ग्रेबीडेरम कहते हैं।
स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने के लिये खान पान पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये, एक दिन में आठ से 10 गिलास पानी जरूर पिएं, ऐसा करने पर आपको स्ट्रेच मार्क्स में चमत्कारी रूप से अंतर नजर आएगा, साथ ही पौष्टिक भोजन स्वस्थ त्वचा के लिए विटामिन सी और ई, जिंक, सिलिका और अन्य पोषक तत्वों की प्रचुरता वाला संतुलित और पौष्टिक आहार चुनें। संयोजक कोशिकाओं के नवीनीकरण के लिए विटामिन विशेष रूप से जरूरी है। खाने में स्ट्रॉबेरी, जामुन, पालक, गाजर, हरी बींस, साग, बादाम और खाद्य बीज शामिल करें।
इनके अलावा होम मेड नुस्खे भी स्ट्रेच मार्क्स मे जादुई असर करते हैं नींबू का रस एक प्राकृतिक अमल है, जो स्ट्रेच मार्क्स को हल्का करता है। नींबू के रस को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं और 10 मिनट बाद धो लें । एलोवेरा स्ट्रेच मार्क्स पर ताजा एलोवेरा का गूदा या रेडीमेड एलोवेरा जूस मसाज करने से त्वचा टोन होती है और इसमें शामिल एंजाइम खराब हो चुकी त्वचा को हटा कर दूसरी त्वचा को हाइड्रेट करता है, एप्रीकॉट स्क्रब स्ट्रेच मार्क्स की डेड और डैमेज स्किन को एप्रीकॉट स्क्रब से दूर किया जा सकता है।लैवन्डर ऑयल लैवन्डर तेल को अगर दिन में तीन बार स्ट्रेच मार्क्स पर लगाया जाए तो धीरे-धीरे निशान गायब होने लगता है और उसकी जगह पर नई त्वचा आने लगती है।अरोमैटिक ऑयल तेल जैसे, बबूने का फूल, रूचिरा, जोजोबा, स्वीट आल्मंड, आदि जैसे अरोमैटिक ऑयल स्ट्रेच मार्क्स को दूर कर के नई स्किन पैदा करने में मददगार होते हैं। इन्हें लेवन्डर ऑयल के साथ प्रयोग करने पर यह ज्यादा असरदार होते हैं।
क्रीम और मॉश्चराइजर का इस्तेमाल करें, जो त्वचा में खिंचाव या कसाव लाने में मदद करें। नए स्ट्रेच मार्क्स के लिए लोशन और क्रीम सर्वश्रेष्ठ हैं, लेकिन वे पुराने स्ट्रेच मार्क्स दूर करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, वे उतने असरदार नहीं हैं। रेटीनोइक अमल वाली क्रीम नए स्ट्रेच मार्क्स के लिए सर्वश्रेष्ठ होती है।