रुक जाना नहीं तू कहीं हार के

By Shobhna Jain | Posted on 11th Jan 2016 | देश
altimg
दिल्ली 11 जनवरी (वीएनआई) रुक जाना नहीं तू कहीं हार के काँटों पे चलके मिलेंगे साये बहार के ओ राही, ओ राही... जब कभी ऐसे कोई मस्ताना सूरज देख रुक गया है तेरे आगे झुक गया है निकले है अपनी धुन में दीवाना शाम सुहानी बन जाते हैं दिन इंतज़ार के ओ राही, ओ राही...

Leave a Comment:
Name*
Email*
City*
Comment*
Captcha*     8 + 4 =

No comments found. Be a first comment here!

ताजा खबरें

Thought of the Day:
Posted on 22nd Dec 2024

Connect with Social

प्रचलित खबरें

© 2020 VNI News. All Rights Reserved. Designed & Developed by protocom india