सुनील कुमार ,वी एन आई ,नयी दिल्ली 18 -12-2016
अर्थशास्त्र वह साइंस है जो मानव व्यवहार की एक्सपेकटेशन्स , साधन की शॉर्टेज एवं उनके विभिन्न प्रयोग के सन्दर्भ में स्टडी करता है”।
उत्पादक साधन (श्रम, भूमि, पूंजी जैसे मशीन, तकनीकी ज्ञान इत्यादि) दुर्लभ होते हैं तथा किसी वस्तु एवं सेवा के उत्पादन में प्रयोग किये जाने वाले साधन किसी अन्य वैकल्पिक वस्तु के उत्पादन के उपलब्ध नहीं होते। परंतु मनुष्य की वस्तुओं एवं सेवाओं के उपभोग के प्रति इच्छाएँ (जैसे कि भोजन, कपड़े, भवन, फिल्में, हवाई यात्रा इत्यादि) असीमित हैं। अत: अर्थशास्त्र इस बात का अध्ययन करता है कि मनुष्य किस प्रकार अपनी असीमित इच्छाओं की पूर्ति के लिये सीमित एवं दुर्लभ साधनों का चयन एवं समाज के विभिन्न वर्गों में साधनों का डिस्ट्रीब्यूशन करता है।