परीक्षा और प्रकृति

By Shobhna Jain | Posted on 7th Feb 2017 | देश
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ज्ञानी लोग कहते हैं कि एक परीक्षार्थी की परीक्षा के लिए जितना कागज चाहिए , उस के लिए 15 पेड़ काटे जाते हैं, प्रकृति को बचाने के लिए ,परीक्षाओं को ना क्यों न कहा जाए -परीक्षा और प्रकृति

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