लखनऊ, 19 सितम्बर (वीएनआई)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवरात्रि, दुर्गापूजा, दशहरा एवं मोहर्रम को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि समय रहते सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित कर लिए जाएं और थाना व जनपद स्तर पर पीस कमेटी की बैठकें 21 सितम्बर तक हर हाल में आयोजित कर ली जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि पूजा-पंडालों, रामलीला मंचन के स्थानों तथा मोहर्रम से संबंधित ताजियों के स्थानों के आस-पास साफ-सफाई और सुरक्षा के विशेष प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा, "सभी पर्वो को शांति के साथ मनाए जाने की परंपरा में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए। जूलूस के मार्गो पर भी सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। प्रत्येक पूजा व ताजिया जूलूस के आयोजकों से बातचीत कर उन्हीं के बीच पांच-पांच लोगों की टीम गठित की जाए ताकि, वे स्वयं आयोजन के सुचारू प्रबंधन और सुरक्षा संबंधी मामलों में सतर्क रहें। इस टीम से समन्वय स्थापित कर जिला व पुलिस प्रशासन सुरक्षा प्रबंधों के संबंध में कार्रवाई करे।"
योगी ने कहा, इस वर्ष नवरात्रि का पर्व 21 सितम्बर से प्रारंभ हो रहा है और इसी दौरान मोहर्रम भी है। इन पर्वो और त्योहारों के दौरान किसी भी नई परंपरा को न शुरू किया जाए। डीजे बजाए जाने को हर हाल में प्रतिबंधित किया जाए। जूलूस के दौरान और पूजा-पंडालों में लाउड स्पीकर का प्रयोग निर्धारित मानकों के अनुसार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह ध्यान रखा जाए कि दुर्गा प्रतिमाओं या ताजियों की ऊंचाई इतनी अधिक न हो कि उसकी वजह से किसी निर्माण को तोड़ना पड़े या पेड़ को काटना पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा, "ताजियों और दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का मार्ग कॉमन होने पर पहले से बातचीत कर समय का प्रबंधन किया जाए, जिससे किसी भी प्रकार के विवाद और बाधा को अवसर न मिले। दुर्गापूजा, रामलीला मेले और जुलूस के अवसर पर असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगाते हुए महिलाओं से छेड़छाड़ व अन्य आपराधिक घटनाओं को रोका जाए।"
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