नई दिल्ली, 28 फरवरी, (वीएनआई) आध्यात्मिक एवं धार्मिक नेता श्रील प्रभुपाद की 150वीं जयंती के अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज कहा कि भारत की नींव सनातन धर्म में निहित है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अहिंसा, शांति और भाईचारे के सिद्धांतों के कारण सदियों से दुनिया के लिए मार्गदर्शक शक्ति रहा है और भविष्य में विश्व गुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यह देशभक्ति और जाति, पंथ व आर्थिक भेदभाव से ऊपर उठने का प्रतीक है। उन्होंने भारत की 5000 साल पुरानी संस्कृति को दुनिया में अद्वितीय बताया। उन्होंने कहा कि भारत सदियों से आध्यात्मिक केंद्र रहा है और इसे आगे बढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है। साथ ही, उन्होंने नालंदा और तक्षशिला जैसे प्राचीन विश्वविद्यालयों के विनाश पर भी चिंता व्यक्त की, जो कभी वैश्विक ज्ञान केंद्र थे।
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