नई दिल्ली, 28 मई (वीएनआई)| विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद का साथ देना बंद कर देता है तो भारत उससे बातचीत करने के लिए तैयार है।
सुषमा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम हमेशा पाकिस्तान से बातचीत करने के लिए तैयार हैं। हमने कभी नहीं कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं। लेकिन एक आपत्ति है। आतंकवाद और वार्ता एकसाथ नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, यह हमारा पक्ष है और हमारे पक्ष में कोई बदलाव नहीं आया है। हमलोग 2019 चुनावों से पहले भी बातचीत के लिए तैयार हैं। चुनाव का इससे कुछ लेना-देना नहीं है। पाकिस्तान अगर आतंकवाद छोड़ता है और हमसे बातचीत के लिए वार्ता की मेज तक आता है तो, हम चुनाव के ठीक पहले भी पाकिस्तान से वार्ता के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ उस स्थिति में एक समग्र बातचीत नहीं हो सकती जब हम पर हमला किया जाएगा या हमारे लोग मारे जाएंगे।
पाकिस्तान के साथ अन्य स्तर पर वार्ता करने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारे तटरक्षक और सीमा सुरक्षा बल लगातार अपने पाकिस्तानी समकक्षों से बातचीत कर रहे हैं। पाकिस्तान का विवादास्पद गिलगित-बाल्टिस्तान आदेश जो जम्मू एवं कश्मीर के उत्तरी क्षेत्र को इस्लामाबाद के नियंत्रण में बताता है, पर मंत्री ने कहा, "उन्होंने इस आदेश के बारे में अपना विरोध जता दिया है और जो जवाब हमें मिला है,.. वह हंसने योग्य है। सुषमा ने कहा, "पाकिस्तान द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान को पांचवां राज्य बताने के बाद, उसी दिन हमने अपना विरोध जताया और हमें इसके जवाब में इतिहास और भूगोल के उदाहरण से ज्यादा कुछ नहीं मिला। मैंने इसका जवाब पढ़ते वक्त महसूस किया कि 'देखो यह कौन बोल रहा है।' उन्हें हमें इस पर ज्ञान देने की कोई जरूरत नहीं है।"
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