मुंबई, 23 दिसंबर | बीते सप्ताह शेयर बाजार ऐतिहासिक तेजी के साथ बंद हुए, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गुजरात और हिमाचल प्रदेश में मिली जीत का योगदान रहा और सेंसेक्स और निफ्टी अब तक की सर्वाधिक ऊंचाई पर बंद हुए।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 477.33 अंकों या 1.42 फीसदी की तेजी के साथ 33,940.30 पर तथा निफ्टी 159.75 75 अंकों या 1.54 फीसदी की तेजी के साथ 10,493 पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 3.52 फीसदी तथा स्मॉलकैप सूचकांक में 4.51 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। भाजपा को दो राज्यों में विधानसभा चुनावों में मिली जीत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार का हौसला बढ़ा है, जिसके साल 2019 के आम चुनावों तक साहसिक सुधारों को जारी रखने की उम्मीद बढ़ी है। सोमवार को सेंसेक्स 138.71 अंकों या 0.41 फीसदी की तेजी के साथ 33,601.68 पर बंद हुआ। मंगलवार को वैश्विक बाजारों में तेजी से घरेलू बाजार को सहारा मिला और सेंसेक्स 235.06 अंकों या 0.7 फीसदी की तेजी के साथ 33,836.74 पर बंद हुआ। बुधवार को मुनाफावसूली के कारण शेयर बाजार दवाब में आए और सेंसेक्स 59.36 अंकों या 0.18 फीसदी की गिरावट के साथ 33,777.38 पर बंद हुआ। गुरुवार को वैश्विक बाजार में आई गिरावट के असर से सेंसेक्स 21.10 अंकों या 0.06 फीसदी की गिरावट के साथ 33,756.28 पर बंद हुआ। कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 184.02 अंकों या 0.55 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ ऐतिहासिक ऊंचाई 33,940.30 पर बंद हुआ।
बीते सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - आईसीआईसीआई बैंक (4.27 फीसदी), एचडीएफसी (0.23 फीसदी), विप्रो (3.9 फीसदी), भारती एयरटेल (2.33 फीसदी), एनटीपीसी (1.41 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (7.72 फीसदी)। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में- डॉ. रेड्डीज (1.64 फीसदी), एचडीएफसी (0.84 फीसदी) और कोल इंडिया (1.86 फीसदी) प्रमुख रहे। व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, देश के नियार्त में नवंबर में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 30.5 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और कुल 26.2 अरब डॉलर का निर्यात किया गया। इस दौरान माल के आयात में भी एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 19.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और देश का व्यापार घाटा 3.2 फीसदी बढ़कर 13.83 अरब डॉलर रहा। वैश्विक मोर्चे पर, अमेरिका में हाउस ऑफ रिप्रजेंटिटिव ने बुधवार को ऐतिहासिक कर विधेयक पारित कर दिया। इस बिधेयक के पारित होने से कॉरपोरेट कर की दर 35 फीसदी से घटकर 21 फीसदी हो गई। चीन के केंद्रीय बैंक ने रिवर्स रेपो रेट और रिवर्स रेट में 14 दिनों की अवधि के लिए 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी की। जापान की सरकार ने अपने विकास दर के अनुमान को चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष के लिए बढ़ा दिया है, जो कि क्रमश: 1.9 फीसदी और 1.8 फीसदी हैं। इसमें जापान में घरेलू मांग में वृद्धि का सबसे अधिक योजदान रहा।
No comments found. Be a first comment here!