मुंबई, 20 जनवरी | बीते सप्ताह शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुए। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही इस हफ्ते रिकार्ड ऊंचाइयों पर पहुंच गए और सेंसेक्स 35,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया, जिसमें वैश्विक बाजारों की तेजी की प्रमुख भूमिका रही। साथ ही उद्योग जगत की तीसरी तिमाही के उत्साहजनक नतीजों का भी इस तेजी में योगदान रहा। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 919.19 अंकों या 2.65 फीसदी की तेजी के साथ 35,511.58 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 213.45 अंकों या 1.99 फीसदी की तेजी के साथ 10.894.70 पर बंद हुआ। वही, बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 2.05 फीसदी की तथा स्मॉलकैप सूचकांक में 2.68 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
दैनिक आधार पर, सोमवार को शेयर बाजारों में अच्छी तेजी देखी गई और सेंसेक्स 251.12 अंकों या 0.73 फीसदी की तेजी के साथ 34,843.51 पर बंद हुआ। मंगलवार को सेंसेक्स में 72.46 अंकों या 0.21 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 34,771.05 पर बंद हुआ। बुधवार को बाजार में फिर तेजी लौटी और सेंसेक्स 310.77 अंकों या 0.89 फीसदी की तेजी के साथ 35,081.82 पर बंद हुआ। गुरुवार के कारोबार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा और सेंसेक्स 178.47 अंकों या 0.51 फीसदी की तेजी के साथ 35,260.29 पर बंद हुआ। जो कि अब तक कि रिकार्ड तेजी थी। शुक्रवार को सेंसेक्स 251.29 अंकों या 0.71 फीसदी की तेजी के साथ 35,511.58 पर बंद हुआ।
बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - इंफोसिस (6.01 फीसदी), टीसीएस (6.56 फीसदी), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (2.4 फीसदी), एक्सिस बैंक (6.21 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (4.59 फीसदी), कोटक महिंद्रा बैंक (3.98 फीसदी), एचडीएफसी (7.9 फीसदी), एलएंडटी (3.22 फीसदी), अडानी पोर्ट्स (2.51 फीसदी) और आईटीसी (2.37 फीसदी)। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - हिन्दुस्तान यूनीलीवर (0.74 फीसदी), सन फार्मा (2.1 फीसदी), मारुति सुजुकी इंडिया (1.47 फीसदी), टाटा स्टील (2.52 फीसदी) और भारती एयरटेल (2.29 फीसदी)।
व्यापक आर्थिक आंकड़ों के मोर्चे पर, देश का औद्योगिक उत्पादन 2017 के नवंबर में 25 महीनों के उच्च स्तर पर 8.4 फीसदी पर पहुंच गया, जबकि अक्टूबर में यह 2 फीसदी पर था। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर 2017 के दिसंबर में 17 महीनों के उच्च स्तर पर 5.21 फीसदी रही, जबकि नवंबर में यह 4.88 फीसदी पर थी। सरकार ने थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों में कहा कि डब्ल्यूपीआई 2017 के दिसंबर में 3.58 फीसदी (अनंतिम) पर रही, जबकि नवंबर में यह 3.93 फीसदी थी। देश के निर्यात में दिसंबर में 12.36 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और यह 27.03 अरब डॉलर रहा। वहीं, आयात में दिसंबर में 21.12 फीसदी की तेजी रही जोकि 41.91 अरब डॉलर रही। व्यापार घाटा 2017 के दिसंबर में 14.88 अरब डॉलर रहने का अनुमान है, जबकि साल 2016 के दिसंबर में यह 10.54 अरब डॉलर थी।
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