मुबंई 7 फरवरी (सुनील कुमार/वीएनआई) आईपीएल की संभावनाओ भरी युवा भारतीय क्रिकेटरो मे राजस्थान के एक मजदूर का बेटा भी है जिसकी शानदार प्रतिभा को देखते हुए मुंबई इंडियंस ने उन्हें 3.20 करोड़ रुपए में खरीदा। प्रदेश के सीकर जिले के मजदूर के बेटे, 20 वर्षीय युवा क्रिकेटर नाथू सिंह ने, प्रतिकूल परिस्थतियो के बावजूद हार नहीं मानी और अखिरकार उसकी प्रतिभा ने अपना रास्ता बना ही लिया,आई पी एल के लिये चुने गये खिलाडियो मे इस तेज गेंदबा्ज पर अब सब की निगाहे टिकी है .अब इस होनहार का सपना है कि अपने मॉ बाप और परिवारजनो के लिये एक बडा सा घर बनाये साथ ही आई पी एल मे इतना अच्छा प्रदर्शन करे जिससे राष्ट्रीय चयनकर्ता उसके नाम को राष्ट्रीय टीम मे शामिल करने की सोचे.
नाथू सिंह के शानदार खेल का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 10 लाख की बेस प्राइस वाले इस क्रिकेटर को लेने की होड़ में पुणे और दिल्ली जैसी टीमें शामिल थी। नाथू सिंह के पिता भारत सिंह पहले खेती करते थे लेकिन उससे उनका घर चलना मुश्किल था। ऐसे में उन्होंने फैक्ट्री में नौकरी की। आठ सितंबर 1995 मे जन्मे इस क्रिकेटर ने गली मोहल्ले मे क्रिकेट शुरू किया लेकिन जल्द ही अपनी प्रतिभा से सभी को चकित कर दिया .खेलते हुए नाथू सिंह की प्रतिभा को जब सराहना मिली तो पिता भरत सिंह ने बेटे को प्रोत्साहित किया और घोर किल्लत के बावजूद क्रिकेट सीखने के लिए उसे एकेडमी में भेजना शुरू कर दिया। लेकिन वहां की फीस 10 हजार रुपए थी। ऐसे में उन्होंने 10,000 रूपये का उधार ले कर दो महीने की फीस भरी और तैयारी में जुट गए। लेकिन दो महीने नाथू सिं ह ने चुनौती स्वरूप लिये.
दो महीने में ही नाथू ने अपने को साबित कर दिया और वे स्भी की जुबान पर उनका नाम चढ गया। उनकी पारिवारिक स्थिति को देखते हुए एकेडमी ने ही उनकी फीस भरी।
उनके शानदार खेल का ईनाम भी उन्हें जल्द ही मिल गया। उन्हें इसी साल अंडर-19 टीम में जगह मिल गई। जल्द ही उनकी प्रतिभा से दिग्गज भारतीय क्रिकेटर राहुल द्रविड़ और भारतीय चयनकर्ता संदीप पाटील प्रभावित हुए और उनका चयन रणजी ट्रॉफी के लिए हो गया। राहुल द्रविड़ और गौतम गंभीर जैसे भारतीय क्रिकेटर्स भी नाथू की जबरदस्त स्पीड के कायल हैं।
एमआरएफ पेस फाउंडेशन के मुख्य बॉलिंग कोच सेंथिलनाथन ने भी बताया था कि वो एक स्पेल में 140 किमी प्रति घंटे की औसत से रफ्तार से बॉलिंग करता है।
अगर पांच ओवर के स्पेल की बात करे तो कुछ गेंदे वह 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से डाल सकता है। उसकी सफलता का राज तेजी के साथ-साथ बॉलिंग पर कंट्रोल है। नाथू सिंह अक्टूबर 2015 में भारत आई दक्षिण अफ्रीका टीम के खिलाफ बोर्ड प्रेसिडेंट एकादश टीम की ओर से प्रैक्टिस मैच खेल चुके हैं। अफ्रीका के खिलाफ इस टीम में सिर्फ तीन फर्स्ट क्लास मैच खेलने वाले नाथू सिंह का भी सिलेक्शन हुआ।वी एन आई