गांधीनगर, 20 जून, (वीएनआई) लगभग तीन दशक पहले हिरासत में हुई मौत मामले में बर्खास्त आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को सौराष्ट्र के जामनगर की अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
गौरतलब है 1990 में जामनगर के तत्कालीन एएसपी संजीव भट्ट ने जामनगर जिले के जामजोधपुर शहर में हुए दंगे के मामले में 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लेने का आदेश दिया। रिहा होने के बाद उनमें से एक प्रभुदास वैष्णनी की अस्पताल में मौत हो गई थी। उनके भाई अमृतभाई ने बाद में एक मामला दायर किया जिसमें आरोप लगाया गया था कि भट्ट और उसके बाद के कांस्टेबल प्रवीण जाला सहित आठ पुलिसकर्मियों द्वारा हिरासत में लेने के बाद यातना देने के कारण उनकी मौत हो गई। अदालत ने भट्ट को दोषी कारार देते हुए उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई। प्रवीण ज़ाला को भी सजा दी गई।
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