नागपुर,10 मार्च (अनुपमाजैन/वीएनआई) जल्द ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर एसएस) के स्वयंसेवक अपनी पारंपरिक हाफ पेंट की बजाय जल्द ही फुल पेंट में नजर आ सकते हैं. कल से शुरू हो रही आरएसएस की एक अहम बैठक में इस पर फैसला हो सकता है. आरएसएस के सूत्रो के अनुसार ‘वर्दी में बदलाव अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के एजेंडा में है.' गौरतलब है कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा आरएसएस की सर्वोच्च नीति-निर्माण इकाई है. आरएसएस स्वयं सेवको के इस 'गणवेश' मे काफी समय से बदलाव पर चर्चा चल रही है, जानकारो के अनुसार पिछले वर्ष संगठन की अखिल् भारतीय कार्यकारिणी मंडल की बैठक मे भी इस बारे मे विस्ट्र्त विचार विमर्श के बाद इस बारे मे स्वयं सेवको की राय ली गई. हालांकि कुछ का मानना है कि यह गणवेश आरएसएस की पहचान है लेकिन ज्यादातर का मानना है कि बदलते समय को ध्यान मेर रखते हुए और युवाओ को इस संगठन के प्रति आक्र्षित करने के लिये हाफ पेंट की जगह् फुल पेंट का गणवेश रखा जाये.बताया जा रहा है आर एस एस की सुबह होने वाली शाखाओ मे तो हाफ पेंट पहना जारी रहेगा लेकिन औपचारिक समारोह मे सम्भवत फुल पेंट शुरू कर दी जाये.
यहबैठक कल से राजस्थान के नागौर में शुरू होने वाली है.वैद्य ने बताया कि 2010 में वर्दी में बदलाव का मुद्दा एक बैठक में उठाया गया था लेकिन आम सहमति न बन पाने के कारण इसे 2015 तक टाल दिया गया था. उन्होंने कहा कि शीर्षस्थ संस्था आगामी बैठक में इस फैसला कर सकती है. आरएसएस के सदस्य अभी खाकी हाफ पैंट और पूरी बांह वाली सफेद कमीज पहनते हैं जो कुहनी तक मुडी रहती है. अपने ‘गणवेश' के तहत वे काली टोपी भी लगाते हैं.गण वेश् मे बदलाव की छोटी छोटी प्रक्रिया समय समय से होती रही है. इसे के तहत चमडेकी बेल्ट की बजाय कपडे की बेल्ट शुरू कीगयी थी.वी एन आई