नई दिल्ली, 1 सितम्बर (वीएनआई)| राजीव कुमार ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष का पदभार आज संभाल लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में आई मंदी का जिम्मेदार नोटबंदी नहीं है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, नोटबंदी को जीडीपी में गिरावट के कारण के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। नकदी की कमी महज छह हफ्तों के लिए ही थी, उसके बाद से जनवरी (2017) से स्थिति में सुधार हुआ है।"
कुमार को अरविन्द पनगढ़िया की जगह उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जो अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय की अपनी शिक्षक की नौकरी में लौट गए हैं। उन्होंने कहा कि कंपनियों द्वारा स्टॉक खाली करने से से जीडीपी गिरा है। उन्होंने कहा, खूब छूट पर सामान बेचे गए, इसके साथ ही उत्पादन भी गिरा। जब भी किसी अर्थव्यवस्था में सुधार किया गया है, ऐसी स्थिति देखने को मिली है। कुमार ने कहा कि इसके लिए राज्य स्तर की शासन क्षमता भी शामिल है और उनका जोर राज्यों पर भी होगा। उन्होंने कहा, "नीति आयोग में राज्यों के प्रशासन को भी आकार दिया जाएगा। राज्यों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे केंद्र के साथ चलें। नीति निर्माण में भागीदारी की आवश्यकता होती है। लोगों के अलावा हर किसी को एक स्तर पर आना चाहिए और जो भी हासिल किया गया है, वह हमारी प्राथमिकता और विकास का अपना मॉडल होगा।"
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