नई दिल्ली, 15 अगस्त, (वीएनआई) देश के 73वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने भाषण में बढ़ती जनसंख्या को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है।
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर हमें ध्यान देना होगा और आने वाली पीढ़ी के बारे में सोचना होगा। सीमित परिवार से ना सिर्फ खुद का बल्कि देश का भी भला होने वाला है। जो सीमित परिवार के फायदे को लोगों को समझा रहे हैं, उन्हें आज सम्मानित करने की जरूरत है। छोटा परिवार रखने वाले देशभक्त की तरह हैं, ये भी एक बड़ा काम है। उन्होंने कहा सीमित परिवारों से ना सिर्फ खुद का बल्कि देश का भी भला होने वाला है। घर में बच्चे के आने से पहले सबको सोचना चाहिए कि क्या हम उसके लिए तैयार हैं। आबादी समृद्ध हो, शिक्षित हो तो देश को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में जनसंख्या के साथ-साथ पानी के मुद्दे पर भी चिंता जाहिर करते हुए कहा, कितनी भी विपरीत परिस्थितियां हों देश का गरीब उसको झेलने की क्षमता रखता है। आजादी के 70 सालों में सरकारों ने अपने-अपने तरीके से कोशिश की है, लेकिन यह भी सच्चाई है कि देश के आधे घर ऐसे हैं जिनमें पीने का पानी नहीं है। माताओं और बहनों को मटकों को सिर पर लेकर कई किलोमीटर तक चलना पड़ता है। हर घर को जल कैसे मिले इसके लिए हम लाल किले से घोषणा करते हैं, जल जीवन मिशन का ऐलान करते हैं और इस पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जल संचयन का काम होगा, पानी बचाने का अभियान हो, बचपन से ही पानी के महत्व की शिक्षा दी जाए।
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