लखनऊ, 22 नवंबर, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी ने आज मिर्जापुर और सोनभद्र के लिए 23 ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजनाओं का वर्चुअल शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान कहा, अगर आजादी के बाद दशकों से उपेक्षित कोई क्षेत्र है, तो यह वह क्षेत्र है जिसकी सबसे ज्यादा उपेक्षा की गई। चाहे विंध्याचल हो या बुंदेलखंड-बहुत सारे संसाधन होने के बावजूद, ये क्षेत्र कमियों के क्षेत्र बन गए। कई नदियों के होने के बावजूद, इन क्षेत्रों को सबसे अधिक प्यास और सूखा प्रभावित क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। इतने सारे लोग यहां से पलायन करने के लिए मजबूर थे। उन्होंने कहा कि हमारा अन्नदाता ऊर्जादाता बने यहीं हमारी कोशिश है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, सोनभद्र और मिर्जापुर में जो संसाधन उपलब्ध है, उसकी वजह से लोग इस क्षेत्र की तरफ आकर्षित होते हैं, अगर आजादी के बाद दशकों से उपेक्षित कोई क्षेत्र है, तो यह वह क्षेत्र है जिसकी सबसे ज्यादा उपेक्षा की गई। इस क्षेत्र की पहचान सूखा क्षेत्र की रही है, इसलिए यहां से पलायन हो रहा है। उन्होंने कहा कि जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है। ये विश्वास उत्साह आपमें मैं देख पा रहा था। पानी के प्रति आपमें संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जब यहां के 3 हजार गांवों तक पाइप से पानी पहुंचेगा तो 40 लाख से भी ज्यादा साथियों का जीवन बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे उत्तर प्रदेश के, देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को भी ताकत मिलेगी।
गौरतलब है लगभग 5500 करोड़ की लागत की इन योजनाओं से 41 लाख की आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा। पेयजल को लेकर समस्या झेल रहे विंध्य क्षेत्र के लोगों को इस परियोजना के शुरू होने से काफी लाभ होगा। वहीं इस आयोजन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सोनभद्र से शामिल हुए।