नई दिल्ली, 18 नवंबर, (वीएनआई) प्रधानमंत्री मोदी ने आज फार्मास्युटिकल सेक्टर के पहले ग्लोबल इनोवेशन समिट का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान हेल्थ सेक्टर के काम की तारीफ करते हुए कहा कि इस सेक्टर ने जो विश्वास दुनिया भर में अर्जित किया है, उसके बाद भारत को दुनिया का फार्मेसी कहा जाने लगा है। सस्ती कीमतों पर उच्च गुणवत्ता और मात्रा ने दुनिया भर में भारतीय फार्मा क्षेत्र में रुचि पैदा की है। 2014 के बाद से भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में 12 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक एफडीआई हुआ है।
उन्होंने आगे कहा, हमने इस साल लगभग 100 देशों को कोरोना वायरस वैक्सीन की 65 मिलियन से ज़्यादा डोज निर्यात की है। हम इसे और बढ़ाने की सोच रहे हैं। आने वाले दिनों में हम जैसे-जैसे अपनी वैक्सीन उत्पादन क्षमता को बढ़ाएंगे, इस संदर्भ में हम और भी बहुत कुछ करेंगे। हमें टीके और दवाओं के लिए प्रमुख सामग्री के घरेलू निर्माण में तेजी लाने के बारे में सोचना है। उन्होंने कहा, हमारा दृष्टिकोण एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है जो भारत को चिकित्सा उपकरणों में दवा की खोज और नवाचार में अग्रणी बनाएगा। हम नियामक ढांचे पर उद्योग की मांगों के प्रति संवेदनशील हैं और इस दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।