नई दिल्ली, 11 अप्रैल (वीएनआई)| प्रधानमंत्री मोदी ने आज हाइड्रोकार्बन बाजार से तेल और गैस की कीमतों को संतुलित रखने का आह्वान किया और कहा कि यह उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों के हित में होगा। उन्होंने कहा कि भारत अगली तिमाही में वैश्विक ऊर्जा मांग का प्रमुख चालक होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज 16वें अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा फोरम (आईईएफ) के मंत्रियों की बैठक का उद्घाटन करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि ऊर्जा बाजार बड़े पैमाने पर बदलाव के दौर से गुजर रहा है और खपत की वृद्धि दर विकसित देशों से खिसक कर उभरते और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में जा रही है। मोदी ने कहा, "लंबे समय से दुनिया में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। हमें उत्पादक और उपभोक्ताओं दोनों के हितों को संतुलित करने के लिए जिम्मेदार कीमतों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, "हमें एक पारदर्शी और लचीले बाजार की जरूरत है.. उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच पारस्परिक रूप से सहयोग का संबंध होना चाहिए। कृत्रिम रूप से विकृत कीमतों का प्रयास आत्मघाती है और अतीत को देखने से इसकी पुष्टि होती है।"
मोदी ने कहा, आइए, हम जिम्मेदार मूल्य निर्धारण पर एक वैश्विक सहमति तैयार करें, जो उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों के हित में हो। वैश्विक अनिश्चितता के दौर में भारत को ऊर्जा सुरक्षा की जरूरत है। इस बैठक आयोजन भारत कर रहा है, जबकि चीन और कोरिया इसके सह-आयोजक हैं। आईईएफ16 का थीम 'ऊर्जा सुरक्षा का भविष्य' रखा गया है। इसमें सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, कतर, नाइजीरिया, जापान, चीन, रूस और अमेरिका के मंत्री भाग ले रहे हैं।
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